गुजरात के अहमदाबाद से जींस ( jeans) पहनने से जुड़ा एक और विवाद सामने आया है, यहां एक महिला का कहना है कि उसका पति उसे जीन्स नहीं पहनने देता है और जींस पहनने वाली लड़कियों को बुरा भला कहता है और उन्हें खराब बताता है। महिला एक निजी कंपनी में जॉब करती है,महिला ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ मानसिक और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है।
बताया जा रहा कि पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक महिला ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि जब वो जींस पहनकर नौकरी के लिए जाती है तो घरवाले उसे तलाक देने की धमकी देते हैं और अपने मायके वालों के साथ रिश्ता रखने से भी मना किया जाता है।
आरोप है कि महिला को धमकाया गया कि उसने जींस पहनना नहीं छोड़ा तो वो उसे तलाक देकर और शादी कर लेगा,इस मामले से आजिज आकर उसने मामला दर्ज कराया है, पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐसा नहीं है कि ये नया मामला है जींस से जुड़े और भी विवाद सामने आते रहे हैं पिछल महीने दिसंबर में उत्तर प्रदेश के मेरठ से तीन तलाक का मामला सामने आया था यहां एक पति ने अपनी पत्नी को इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि उसने जींस पहनने और डांस करने से मना कर दिया था।
यहां एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को कथित तौर पर जींस पहनने और डांस करने से मना करने के बाद तीन तलाक दे दिया। बाद में वह शख्स अपने ससुराल पहुंचा और उसने खुद को आग लगा ली। हालांकि, परिवार के सदस्यों ने आदमी को बचा लिया।
वहीं सितंबर 2020 में बिहार के भागलपुर में एक मामला सामने आया था जहां एक शादीशुदा महिला साड़ी की जगह जींस पहनकर ससुराल से निकल गई।
पति को जैसे ही इसकी भनक लगी, आग बबूला हो गया। पत्नी को फोनकर घर बुलाया और साड़ी पहनकर जाने को कहा। नवविवाहिता लौटी और फिर साड़ी पहनकर पति के साथ बाइक से निकली। वापस आने के बाद कमरे में पंखे के सहारे गले में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
वहीं जून 2020 में यूपी के बरेली में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां पत्नी के जींस पहनकर बाजार में घूमने पर पति आग बबूला हो गया था जिसके बाद पति ने पत्नी की बेरहमी से पिटाई कर दी। पति को महिलाओं का जींस टॉप पहनना पसंद नहीं है। इस बात को लेकर उसने अपनी पत्नी को जींस टॉप न पहनने की चेतावनी दे रखी थी।
जिसके बाद भी पत्नी जींस टॉप पहनकर बाजार घूमने चली गई थी जिसपर उसने उसकी बेरहमी से पिटाई कर डाली थी। मामले में पुलिस ने पति के खिलाफ शांति भंग में चालान करने की कार्रवाई की थी, ऐसे मामलों की फेहरिस्त खासी लंबी है और ये विवाद भी जारी है।