नई दिल्ली: साइबराबाद गैंगरेप और हत्या मामले के चार आरोपियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए जाएंगे। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने चार आरोपियों को मारने वाले एनकाउंटर का संज्ञान लिया है। हाईकोर्ट ने तेलंगाना पुलिस को 9 दिसंबर को रात 8 बजे तक शवों को संरक्षित करने का निर्देश दिया है। इसके बाद, शवों को मृतक के परिवारों को सौंप दिया जाएगा।
मुंबई के दो वकीलों ने तेलंगाना के मुख्य अधिकारियों और भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर उन चार लोगों की कथित हत्या में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने कथित रूप से साइबराबाद में एक डॉक्टर के साथ सामूहिक बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी थी।
हाईकोर्ट ने कहा है कि कॉम्पैक्ट डिस्क फॉर्म या पेनड्राइव में सभी आरोपियों के पोस्टमार्टम का वीडियो पोस्टमार्टम पूरा होने के बाद प्रधान जिला जज महबूबनगर को सौंप दिया जाए।
पुलिस चारों आरोपियों को क्राइम सीन के रिक्रिएशन के लिए मौके पर ले गई थी
गौरतलब है कि तेलंगाना में महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और मर्डर की खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार तड़के एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। पुलिस चारों आरोपियों को क्राइम सीन के रिक्रिएशन के लिए मौके पर ले गई थी और इस दौरान आरोपियों ने भागने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए गोली चलाई गई, जिसमें चारों आरोपी ढेर हो गए।
हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सीन रिक्रियट करने के दौरान चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी। यह घटना शुक्रवार तड़के की है। इस सभी आरोपियों को वहीं ढेर किया गया जहां उन्होंने महिला डॉक्टर के साथ दरिंदगी की थी।
पीड़िता के पिता ने कहा था-"मेरी बेटी की आत्मा अब शांति मिलेगी"
आरोपियों के मारे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए पीडिता के पिता ने कहा, 'मेरी बेटी की मृत्यु के 10 दिन हो चुके हैं। मैं इसके लिए पुलिस और सरकार के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। मेरी बेटी की आत्मा अब शांति मिलेगी।'
तेलंगाना के कानून मंत्री ने कहा है कि भगवान ने कानूनी प्रक्रिया से पहले ही उन्हें सजा दे दी। मंत्री ने दावा किया कि आरोपी पुलिस के हथियार लेकर भागने की कोशिश कर रहे थे। दरअसल पुलिस अदालत की कार्रवाई के दौरान मजबूत साक्ष्य पेश करने के लिए सीन का रिक्रिएशन करती है तांकि केस की पूरी कड़ियों को आपस में जोड़ा जा सके।