Vikas Dubey arrest full story : उत्तर प्रदेश के कानपुर में डीएसपी समेत 8 पुलिसकर्मी की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गुरुवार (09 जुलाई) सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किया गया। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि दुबे उज्जैन में राज्य पुलिस की हिरासत में है। गौर हो कि दुबे पर 5,00,000 रुपए का इनाम था। वारदात के आठ दिनों बाद दुबे की गिरफ्तारी हुई। आज सुबह इसकी गिरफ्तारी कैसे हुई महाकाल मंदिर के पुजारी ने विस्तार से बताया है।
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष ने बताया कि एनकाउंटर के डर से आरोपी विकास दुबे खुद से सरेंडर करना चाहता था। मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विकास दुबे शोर मचाकर कहने लगा कि मैं ही विकास दुबे हूं। उसने महाकाल मंदिर के सुरक्षाकर्मियों से कहा कि पुलिस को बताया जाए। पुजारी आशीष ने बताया कि मंदिर परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों को लगा कि इसका चेहरा कानपुर के अपराधी विकास दुबे से मिलता है, तो उन्होंने उसे पकड़ लिया। उसके बाद महाकाल मंदिर के पुलिस चौकी को इसकी सूचना दी गई। यह पूरा घटना करीब 9 बजे का हुआ। विकास दुबे ने 250 रुपए की रसीद कटवाकर मंदिर में प्रवेश किया था।
पुजारी ने बताया कि जब विकास दुबे रसीद कटवाने के लिए पहुंचा तभी वहां मौजूद कर्मचारी को लगा कि यह विकास दुबे है। शक होने पर मंदिर के कर्मचारियों ने उसे पकड़ लिया। पुजारी आशीष ने बताया कि विकास दुबे गिरफ्त में आने के बाद भागने की कोशिश नहीं की। विकास दुबे को जिन कर्मचारियों ने पकड़ा है उनके पास कोई हथियार नहीं था।
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दुबे की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि दुबे उज्जैन में राज्य पुलिस की हिरासत में है। मिश्रा ने यह नहीं बताया कि उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर के भीतर से गिरफ्तार किया गया है या फिर बाहर से। पुजारी एवं कुछ लोगों ने उसका चेहरा पहचाना और उसके बाद पुलिस को सूचना दी या पुलिस ने सीधे उसे गिरफ्तार किया के सवाल पर मिश्रा ने कहा कि इंटेलीजेंस की बात भी बताएंगे। पहले हमें इसके मर्म तक आने दो। बाकी चीजें बाद में बताएंगे, पहले पता करने दो। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से वह प्रारंभ से ही क्रूरता की हदें पार करता रहा है और उसने जो कृत्य किया वह बहुत निंदनीय था, बहुत चिंतनीय था। मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है।
उधर पुलिस ने बताया कि विकास दुबे के दो सहयोगियों को दो अलग-अलग एनकाउंटर में मार गिराया गया। दुबे का साथी कार्तिकेय उर्फ प्रभात कानपुर में तब मारा गया जब उसने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जबकि दूसरा साथी बाबा दुबे इटावा में एनकाउंटर में मारा गया।