नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराधा शाखा ने सेना के अधिकारियों के साथ धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि ये लोग आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड (AGIF) के नाम पर धोखाधड़ी करते थे और ऑफिसर्स को बड़ी रकम का फायदा बताकर उन्हें अपनी जालसाजी का शिकार बना लेते थे। दरअसल ये गैंग आर्मी अधिकारियों को 3 से 4 लाख की बात करके प्रोसेस फीस के तौर पर उनसे 30 से 40 हजार रुपये एडवांस की डिमांड करते थे। जैसे ही इनके झांसे में कोई फंसता ये पैसा लेने के बाद अपना फोन बन्द कर देते थे।
पुलिस के मुताबिक इस गैंग के शिकार एक पीड़ित कर्नल जीएम खान अब तक इन ठगों को 1,0,2,24000 रुपए दे चुके हैं। इनके अलावा 12 और ऑफिसर्स ने इन जालसाजों के जाल में फंसकर उनके बैंक एकाउंट में बड़ी रकम ट्रांसफर कर धोखा खा चुके है।
पुलिस के मुताबिक इनके शिकार लोगों की फेहरिस्त काफी लंबी है। अब तक इन जालसजों ने 54 आर्मी ऑफिसर्स को झांसे में लिया, जिनमें 13 ऑफिसर्स ने रेस्पांड किया। इन लोगों ने उनसे लगभग 1.15 करोड़ रुपये की ठगी की।
पुलिस को जैसे ही इन जालसजों की शिकायत मिली, आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस की टीम ने 50 बैंक एकाउंट्स को वेरिफाई किया, उनके एड्रेस खंगाले, लेकिन ये सब फर्जी निकले। जांच में पता चला कि जितने बैंक एकाउंट खोले गए थे, वे राम नरेश और राम सागर नाम के दो लोगो ने अलग-अलग फर्म्स और कंपनियों के नाम से खोले थे।
बैंक एकाउंट में जैसे ही पैसे भेजे जाते थे, तुरन्त ये जालसाज एकाउंट से पैसे निकाल लेते थे। जांच में पता लगा कि आरोपी प्रभात कुमार सेल्फ चेक के जरिए खुद कैश निकाल लिया करता था।
जांच के बाद दिल्ली पुलिस आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने चार आरोपियों प्रभात कुमार, रुओएश कुमार, राम नरेश और राम सागर को अलग-अलग जगह दिल्ली, फरीदाबाद और कानपुर से गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों की पुलिस कस्टडी में लेकर इनकी निशानदेही पर और आरोपियों की तलाश की जा रही है।
दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह के फोन कॉल्स और जालसाजों से सावधान रहें और बिना जांच पड़ताल किए किसी के एकाउंट में पैसा ट्रांसफर न करें और दिल्ली पुलिस को ऐसे जालसाजों के बारे में जानकारी दें।
अनुज मिश्रा की रिपोर्ट