लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की दिनदहाड़े हत्या कर दी गई। इस मामले खबर आई कि पुलिस ने मौलाना अनवारुल हक को बिजनौर से गिरफ्तार किया है। हालांकि, अविनाश चंद्र, एडीजी बरेली जोन ने स्पष्ट किया कि मौलाना अनवारुल हक को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जांच अभी भी चल रही है। दरअसल मौलान ने कमलेश तिवारी का सिर काटने पर 51 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
बिजनौर के दो मौलानाओं के खिलाफ तिवारी की पत्नी की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। कमलेश की पत्नी किरण की तहरीर पर इस मामले में मुफ्ती नईम काजमी और अनवारुल हक तथा एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। किरण का आरोप है कि काजमी और हक ने 2016 में कमलेश का सिर कलम करने पर क्रमशः 51 लाख और डेढ़ करोड़ रुपए का इनाम घोषित किया था। इन्हीं लोगों ने साजिश कर उनके पति की हत्या कराई है।
मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है। शुक्रवार को कमलेश तिवारी अपने घर में खून से लथपथ पाए गए थे। दो लोग उनसे मिलने आए थे। इस दौरान कमलेश ने अपने एक साथी को उन दोनों के लिए पान लाने भेजा था, जब वह लौटकर आया तो उसने कमलेश को खून से लथपथ हालत में पाया।
गौरतलब है कि कमलेश ने पूर्व में हजरत मोहम्मद साहब के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी। इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। इस मामले में आतंकवादी संगठन ISIS का हाथ होने की भी आशंका जताई है।
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज तथा अन्य सबूतों के आधार पर कुछ अहम सुराग मिले हैं। पुलिस को कुछ कॉल डिटेल्स भी पता चले हैं। मामले की पड़ताल के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गई हैं। साथ ही स्पेशल टास्क फोर्स की भी मदद ली जा रही है।