नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और पूरे देश को दहलाने वाले निर्भया रेप केस मामले में केजरीवाल सरकार ने विनय शर्मा नाम के शख्स की दया याचिका को खारिज कर दिया है। यह नाम चलती बस में गैंगरेप और हत्या की वारदात में शामिल चार लोगों में से एक है। इस वारदात के बाद पूरे देश में रोष की लहर देखने को मिली थी और कई जगहों पर दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने के लिए प्रदर्शन किए गए थे।
दिल्ली सरकार ने दया याचिका खारिज करने के फैसले को लेकर एलजी को एक नोट भेजते हुए लिखा- 'यह बेहद क्रूर और सबसे जघन्य अपराध है, जहां अपीलकर्ता को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की जरूरत है ताकि उन लोगों को संदेश दिया जा सके जो इस तरह के अत्याचारी अपराध करते हैं। दया याचिका की कोई योग्यता नहीं है और इसकी अस्वीकृति के लिए दृढ़ता से सलाह दी जाती है।'
सरकार द्वारा याचिका खारिज किए जाने के बाद, अब यह राष्ट्रपति के विचार के लिए राष्ट्रपति भवन भेजी जाएगी। इस याचिका को तिहाड़ जेल के अधिकारियों की ओर से दिल्ली सरकार के गृह विभाग को भेजा गया था।
निर्भया केस के अपराधी की दया याचिका की स्थिति पर एक नजर-