तिरुवनंतपुरम: केरल के मलप्पुरम में कुल दिन पहले एक नाबालिग लड़की के साथ का रेप का ऐसा मामला सामने आया जहां पीड़िता के साथ तीन साल तक उसके रिश्तेदारों सहित 44 लोगों ने रेप किया। मामले का खुलासा तब हुआ जब निर्भया केंद्र पर उसके साथ काउंसिलिंग का सत्र चल रहा था। पीड़िता की उम्र महज 17 साल की है और उसे फिलहाल बाल कल्याण समिति के संरक्षण में रखा गया है।
20 गिरफ्तार
यह शर्मनाक मामला केरल के मलप्पुरम जिले की पांडिकाद थाने का है। पुलिस ने इस संबंध में 44 पुरुषों के खिलाफ 32 मामले दर्ज किए हैं। अभी तक 22 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं जबकि बांकि लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। गिरफ्तार आरोपियों को फिलहाल न्यायिक हिरासत में रखा गया है और कानूनी कार्रवाई जारी है। काउंसलिंग के दौरान जब पीड़िता ने अपनी आपबीती बताई तो हर कोई हैरान रह गया।
13 साल की उम्र से होता रहा यौन शोषण
पीड़िता ने भारतीय दंड संहिता यानि CRPC की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करा लिए हैं। पीड़िता ने जो खुलासा किया उसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। पीड़िता के मुताबिक, 13 की उम्र से ही उसके साथ यौन शोषण होने लगा था। यहां तक की खुद पीड़िता के रिश्तेदारों ने ही तीन बार उसका यौन शोषण किया।
इसके एक साल बाद फिर उसे इस तरह की यातना का सामना करना पड़ा। दूसरी घटना के बाद उसे बाल गृह भेजा गया और करीब एक साल पहले उसे अपनी मां के साथ रहने की अनुमति दी गई। पुलिस ने बताया कि लड़की बाल गृह से निकलने के बाद कुछ समय से लापता थी और पिछले दिसंबर में पलक्कड़ में उसके होने की जानकारी मिली जहां से उसे निर्भया केंद्र लाया गया। परामर्श सत्र के दौरान किशोरी ने निर्भया केंद्र के अधिकारियों को यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की घटनाओं की जानकारी दी जिनका उसने सामना किया था।
रेप केस की दर में केरल दूसरे नंबर पर
केरल देश में जहां सबसे अधिक शिक्षित आबादी वाला राज्य हैं वहीं रेप केस की दर के मामले में दूसरे नंबर पर है। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक केरल प्रति लाख आबादी पर महिलाओं के रेप केस की दर में दूसरे नंबर पर है जहां हर एक लाख महिलाओं में से 11.1 महिलाओं का रेप हुआ वहीं कांग्रेस शासित राजस्थान इस लिस्ट में शीर्ष पर है।