नई दिल्ली: केरल के तिरुवनंतपुरम के पास एक 25 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बारे जांच जारी है और महिला ने अपने साथ हुए अमानवीय व्यवहार को बयां किया है। बीते गुरुवार हुई घटना को लेकर पीड़िता ने मीडिया को बताया, 'उन्होंने मुझे गाड़ी के अंदर खींच लिया और मुझे एक अलग क्षेत्र में ले गए। वहां से उन्होंने मुझे पीटना शुरू कर दिया और मैं बेहोश हो गई। बाद में, मैं अपने बेटे के रोने की आवाज पर उठी। उन्होंने मेरे बेटे को भी परेशान किया और मुझे सिगरेट से जलाकर घायल कर दिया।'
महिला के साथ उसके पति ने कथित तौर पर अमानवीय व्यवहार किया और बाद में अपने दोस्तों के साथ बेटे के सामने सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने अब तक पांच लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें पति भी शामिल है।
मुश्किल से छुड़ाया पीछा: मीडिया से बात करते हुए, महिला ने कहा, 'जब मैं जाग गई, तो मैं अपने कपड़े नहीं ढूंढ पाई, मेरे पास केवल मेरा टॉप था। मेरा बेटा रो रहा था इसलिए मैंने उनसे अपने बेटे को घर ले जाने की अनुमति देने का अनुरोध किया। मैंने उनसे वादा किया। मैं अपने बेटे को घर छोड़ने के बाद उनके पास लौटूंगी ... मैं अपने बेटे के साथ वहां से चई गई और मुख्य सड़क पर पहुंची। मैंने मोटर साइकिल पर एक व्यक्ति को देखा और उसने मुझे कार से घर ले जाने में मदद की।'
शुरुआती जांच के अनुसार, गुरुवार को महिला दो बच्चों और पति के साथ केरल के तिरुवनंतपुरम के पास एक तटीय शहर पुथुचुरी में एक समुद्र तट पर गई थी।
बाद में उसी दिन, पति परिवार को एक दोस्त के यहां ले गया, महिला का दावा है कि यहां उसके सबसे बड़े बच्चे के सामने पति के चार दोस्तों ने शराब का सेवन और उसके साथ यौन उत्पीड़न करते रहे।
दोस्तों के पास ले गया पति: पीड़िता की मां ने कहा, 'हर दिन शाम को, वे (परिवार) समुद्र तट पर जाते थे। कल भी गए थे लेकिन कल उन्होंने अपने दोस्तों को पहले से सूचना दी थी और शराब का इंतजाम भी किया था।'
महिला को सड़क के किनारे मिले एक शख्स ने बचाया और पुलिस को सूचित किया। महिला का स्थानीय अस्पताल में इलाज कराया गया और बाद में उसे छुट्टी दे दी गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पति और चार दोस्तों को हिरासत में लिया है।