नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के उत्तरी जिले की पुलिस ने एक ऐसे ठग को गिरफ्तार किया देश के ऊपर 1000 करोड रुपए की ठगी का आरोप था यह शख्स एक फ्लैट को कई लोगों को बेचा करता था इसका नाम पीयूष तिवारी है और पुलिस को धोखा देने के लिए जी पुनीत भारद्वाज बन कर रह रहा था 6 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद दिल्ली पुलिस ने इसे नासिक से किया गिरफ्तार।
इस महाठग के ऊपर ठगी के 37 से ज्यादा मुकद्दमे दर्ज थे। इसने पंजाब, दिल्ली, नोएडा में लोगो को अपना शिकार बनाया था जहां ये एक फ्लैट खरीद कर उसको कई लोगो को बेचा करता था और पिछले कुछ सालों से इस तरह के धंधे में लिप्त था।
बिल्डर के रूप में इसने 2018 तक अपनी 8 कंपनी बनाई
दरअसल पीयूष तिवारी ने 2011 में एक अपनी कंस्ट्रक्शन फर्म खोली थी और बिल्डर के रूप में इसने 2018 तक अपनी 8 कंपनी बनाई और 15-20 शेल कंपनियां भी बनाई। 2016 में इसके घर पर इनकम टैक्स विभाग की रेड पड़ी थी जिसमे इसको करीब 120 करोड़ रुपए को IT ने जब्त किया था।
अपने इस नुकसान से बचने के लिए इसने ठगी का नया रास्ता चुना और अपने घर का सपना देखने वाले लोगो को अपना शिकार बनाना शुरू किया। दिल्ली पुलिस पिछले 6 महीने से पीयूष को लगातार ढूंढ रही थी। पुलिस को 20 मार्च को सूचना मिली कि नासिक में छिपा हुआ है और वहां पर प्याज व्यापारी बनकर रह रहा है लेकिन पुलिस ने जब आगे छानबीन शुरू की तब पता चला कि नासिक में ये एक नामी फ़ूड चेन का रेस्तरां खोलकर अपना व्यपार कर रहा है।
...तब जाकर पीयूष तिवारी तक पुलिस पहुंच पायी
पुलिस ने सूचना के आधार पर नासिक में कई फूड चेन के मालिक और, प्याज व्यपारियों से बात की तब जाकर पीयूष तिवारी तक पुलिस पहुंच पायी। पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी पर ₹50000 का इनाम रखा हुआ था। दिल्ली पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार पीयूष तिवारी दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है।
कई शेल कंपनी बनाकर सरकार को धोखा दे रहा था
इस महाठग ने एक विज्ञापन एजेंसी बनाकर अपने व्यापार की शुरुआत की थी लेकिन बाद में एक बिल्डर बन गया और कई शेल कंपनी बनाकर सरकार को धोखा दे रहा था और जब इसकी ठगी पकड़ी गई तब उसने आम लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दिया और उनको फर्जी तरीके से फ्लैट बेचा करता था इसकी पत्नी शिखा भी इसकी सहयोगी थी जो फिलहाल अभी जेल में बंद है।