नहीं था कोई भी कसूर फिर भी सलाखों के पीछे बीते 28 साल, अब इतना मिला मुआवजा की मालामाल हो गया

अमेरिका के फिलाडेल्फिया में एक व्यक्ति को बिना किसी कसूर के 28 साल जेल की सलाखों के पीछे काटने पड़े, इस मामले में अब उसे करीब 72 करोड़ रूपये का मुआवजा मिला है।

man was jailed for 28 years without committing crime
प्रतीकात्मक फोटो 

 किसी शख्स को बिना किसी कसूर के जेल में अपनी जिंदगी के बेशकीमती 28 साल बिताने पड़ें तो उसपर क्या बीतेगी, अमेरिका के फिलाडेल्फिया में ऐसा ही मामला सामने आया है जहां एक शख्स इतने साल जेल में रहा बाद में अब जाकर पता लगा कि जिस बात की सजा वो काट रहा था दरअसल उसने तो वो अपराध किया ही नहीं था। उसने इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ी जिसमें अब जाकर उसे जीत मिली है और उसे अब करीब 72 करोड़ रूपये का हर्जाना मिलेगा, इस मामले की खासी चर्चा हो रही है।

चेस्टर हॉलमैन नाम के इश शख्स के साथ ये मामला हुआ, साल 1991 में उनपर हत्या का आरोप लगा बाद में मुख्य गवाह ने बयान दिया कि उसने गलती से हॉलमैन पर आरोप लगाया था इसके बाद हॉलमैन को रिहा कर दिया गया।इस मुआवजे से पहले चेस्टर हॉलमैन को बहुत त्रासदी से गुजरना पड़ा उस वक्त उनकी उम्र करीब 21 साल थी और 28 साल जेल में बिताने के बाद यानि करीब 28 साल बाद ये साफ हुआ कि वो बेगुनाह हैं।

कानूनी लड़ाई के बाद अब उन्हें 72 करोड़ रुपए मिले हैं

चेस्टर ने ने फिलाडेल्फिया सरकार के खिलाफ केस दर्ज किया था और लंबी कानूनी लड़ाई के बाद इंसाफ जंग में चेस्टर की जीत हुई और मुआवजे के तौर पर सरकार से अब उन्हें 72 करोड़ रुपए मिले हैं। फिलाडेल्फिया सरकार के कनविक्शन इंटीग्रीटी यूनिट के चीफ ने चेस्टर  से इस गलत कार्रवाई के लिए माफी भी मांगी।

इस जांच में कई तरह की गलतियां सामने आईं

वहीं माफी से पहले इस मामले की दोबारा जांच की थी और इस जांच में कई तरह की गलतियां सामने आईं और साफ हुआ कि चेस्टर बेकसूर हैं और पता चला कि इस मामले में एक दूसरा संदिग्ध बच निकला था। हॉलमैन कहते हैं कि जेल की सलाखों के पीछे 28 साल का वक्त कड़वा नहीं था, क्योंकि मुझे पता था वो अपराध मैंने नहीं किया है, मेरे जैसे कई बेगुनाह लोग इसी तरह झूठे मामलों में जेल की सजा काट रहे होंगे। हॉलमैन बताते हैं कि मैंने जो 28 वर्षों में खोया है उसको बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है, मेरी फैमिली ने जो कष्ट सहा, जो आलोचना सही, लोगों के ताने सुने उसकी भरपाई नहीं हो सकती है। 

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