जालोर: राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध रूकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला जालोर जिले के आहोर थाना क्षेत्र अंतर्गत थांवला गांव से सामने आया है जहां रविवार सुबह मनरेगा कार्य कर रही एक महिला श्रमिक की एक युवक ने कुल्हाड़ी मार कर हत्या कर दी। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की इस महिला के प्रति काफी दिनों से गलत नजर थी। रविवार मनरेगा स्थल पर काम करते समय आरोपी वहां पहुंचा और महिला की हत्या कर दी।
पुलिस को दी रिपोर्ट के मुताबिक थांवला निवासी गोमाराम पुत्र नाथूराम चौधरी ने बताया कि थांवला गांव में जोजावर नाडी में मनरेगा का कार्य चल रहा है, जिसमें रविवार 24 अक्टूबर को उसके छोटे भाई शांतिलाल चौधरी की पत्नी श्रीमती शांतिदेवी मनरेगा काम करने के लिए गई थी। दिन में शांति देवी मनरेगा का काम कर रही थी, वहां पर उस समय 50-60 और भी श्रमिक काम कर रहे थे, उस दौरान थांवला निवासी गणेश मीणा वहां पर कुल्हाड़ी और एक कूट (धारदार हथियार) लेकर आया और काम करती हुई शांति देवी के पास में गया और जोर-जोर से कूट घुमाते हुए चिल्लाया कि आज तेरे को जान से मार कर ही रहूंगा, फिर उसने जान से मारने की नियत से शांति देवी के कंधे, गर्दन व शरीर पर जगह-जगह वार किए। जिससे शांतिदेवी गिर पड़ी, उसकी गर्दन टूट गई थी। नीचे गिरी हुई पर भी वार किए। उसी बीच अन्य मज़दूर छुड़ाने आये तो उसने उन्हें भी धमकाया। शांति देवी की मौके पर ही गंभीर चोटों की वजह से मौत हो गई थी।
हत्या करने के बाद आरोपी गणेश मीणा शांति देवी के मृत शरीर पर करीब सवा घंटा लेटा रहा। जवानाराम ने उनको यह घटना बताई, तब वो मौके पर पहुंचा। गणेश मीणा उसके छोटे भाई की पत्नी शांतिदेवी का गलत नियत से कई दिनों से पीछा कर रहा था। गलत हरकतें कर रहा था, जिसकी जानकारी उसके पति ने उसे दी थी, उन्होंने गणेश मीणा से समझाइश भी की थी पर वह नहीं माना और आखिरकार उसने हत्या कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर भीड़ एकत्रित हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनुकृति उज्जैनिया, वृताधिकारी हिम्मत चारण, कांग्रेस नेता सवाराम पटेल समेत मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर गिरफ्तार कर लिया।