Rannchi News: इस वक्त की बड़ी ख़बर रांची से आ रही है जहां सदमा ओरमांझी के सरकारी स्कूल में घुसे हथियारबंद मुस्लिम युवकों ने छात्राओं को धमकी दी है। आरोप है कि आरोपियों ने छात्राओं को धमकी दी कि दोस्ती करो नहीं तो घर से उठा लेंगे। साथ ही कई छात्रों और शिक्षकों को पीटने का आरोप भी है। वहीं गुस्साए परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत दी जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है और साथ ही 5 सदस्यीय SIT का गठन कर दिया है।
पुलिस में शिकायत के बाद स्कूल का नजारा बदला-बदला नजर आया। इस स्कूल में रविवार के दिन भले ही पढ़ाई न हो रही हो लेकिन स्कूल के बाहर पुलिसवाले तैनात जरूर रहे और वजह है शिक्षक दिवस के दिन यानि 5 सितंबर को हुई वारदात। इस दिन छात्रों ने वह भयावह मंजर देखा जिसे लेकर वो आज भी सहमे हुए हैं। हालात ये हैं कि सहमे हुए बच्चे ज्यादा कुछ बोल नहीं पा रहे। बच्चे भले ही ज्यादा कुछ न बोले लेकिन इनके परिजनों को चिंता खाए जा रही है क्योंकि इन्होंने दुमका की बेटी अंकिता की मौत के बारे में सुना है, उस दर्द को महसूस किया है और अब इन्हें डर है कि कहीं इनके बच्चों का भी हाल ऐसा न हो।
रांची के ओरमांझी के प्रोजेक्ट प्लस टू हाई सदमा स्कूल में 5 सितंबर को कुछ मुस्लिम युवकों ने स्कूल में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। उन्होंने स्कूल में हथियार लहराए।साथ ही छात्राओं से छेड़छाड़ की। इतना ही नहीं छात्राओं और शिक्षकों के साथ मारपीट भी की गई। आरोप है कि आरोपियों ने नौंवी क्लास की छात्रा से दोस्ती करने के लिए कहा और बात न मानने पर जबरन घर से उठाने की धमकी दी। छात्राओं के मुताबिक..इस तरह की धमकी एक हफ्ते से लगातार दी जा रही है। इस मामले में थाने में लिखित शिकायत दर्ज करवाई गई है। जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। और साथ ही 5 सदस्यीय SIT का गठन कर दिया गया है।
ये कोई पहला मामला नहीं है। जब सोरेन सरकार में लड़कियां असुरक्षित महसूस कर रही हो। इससे पहले दुमका में अंकिता सिंह को को शाहरुख खान ने ज़िंदा जलाकर मार डाला था। और इस मामले को हिंदू संगठनों ने लव जिहाद का मामला बताया था और अब इस तरह की वारदात जिसके बाद कई सवाल उठ रहे हैं।