नई दिल्ली: दिल्ली के थानों और पुलिस आवासों को आतंकवादी निशाना बना सकते हैं। खुफिया विभाग की इस सूचना ने दिल्ली पुलिस में हड़कंप मचा दिया है। यह सूचना दो-तीन दिन पहले ही दिल्ली पुलिस तक पहुंची है। इस खबर के बाद अलर्ट हुई दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर सभी थानों और पुलिस कॉलोनियों की सुरक्षा बढ़ा दी है।
इसके साथ ही थानों के मुख्य द्वार बंद रखकर वहां मौजूद संतरी को छोटे गेट पर बेहद सतर्क रहने को कहा गया है। इस बारे में दिल्ली पुलिस के मुख्य प्रवक्ता और मध्य दिल्ली के जिला पुलिस उपायुक्त मंदीप सिंह रंधावा से शुक्रवार को कई बार बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इस संबंध में जब अतिरिक्त प्रवक्ता व सहायक पुलिस आयुक्त अनिल मित्तल से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'सुरक्षा के इंतजाम त्योहारों के मद्देनजर किए गए हैं।'
सूत्रों के मुताबिक, इस महत्वपूर्ण खुफिया सूचना के बाद दिल्ली पुलिस मुख्यालय ने सभी थानों को बेहद सजग रहने के निर्देश दे दिए हैं। साथ ही जिन थाना क्षेत्रों में पुलिस आवास और पुलिस कॉलोनियां हैं, वहां भी सुरक्षा इंतजाम मजबूत करने को कहा गया है।
थानों की सुरक्षा में तैनात हथियारबंद संतरी (सिपाही) को विशेष निर्देश दिए गए हैं। थानों की पहरेदारी में लगे स्टाफ को कहा गया है कि वह जहां तक संभव हो सके मुख्य द्वार बंद रखें और थाने के छोटे द्वार को ही ज्यादातर इस्तेमाल में लाएं। साथ ही थाने में आने-जाने वाले हर वाहन पर खास नजर रखने की हिदायत दी गई है।
इस खुफिया सूचना के बाद दिल्ली के अधिकांश थाना प्रभारियों ने तो बाकायदा थानों के मुख्य द्वार पर चेतावनी लिखित में चस्पा कर दी है। चेतावनी में साफ-साफ लिखा है कि थाने का मुख्य द्वार दिन-रात बंद रहेगा, इसलिए आना-जाना सिर्फ थाने के छोटे दरवाजे से ही किया जाए।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 200 से ज्यादा थाने हैं। इन थानों में सबसे ज्यादा संवेदनशील थाने नई दिल्ली, मध्य दिल्ली, दक्षिण दिल्ली, उत्तरी दिल्ली के माने जाते हैं। नई दिल्ली जिले में संसद मार्ग, मंदिर मार्ग, चाणक्यपुरी, तुगलक रोड, कनाट प्लेस आदि थाने हमेशा ही विध्वंसकारी ताकतों के निशाने पर रहते हैं। मध्य दिल्ली जिले में चांदनी महल, जामा मस्जिद, आईपी स्टेट, उत्तरी दिल्ली का कोतवाली थाना, सिविल लाइंस थाना भी संवेदनशील माने जाते हैं।