Nirbhaya Case: ताकत बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लेता था निर्भया का दरिंदा विनय शर्मा, पहले भी फाड़ चुका है सिर

क्राइम
शिवम पांडे
Updated Feb 22, 2020 | 17:32 IST

Nirbhaya Gangrape Case: निर्भया के गुनहगार के जब सभी कानूनी दांवपेंच खत्म हो गए तो फांसी से बचने के लिए वह किसी भी हद तक जा रहे हैं। निर्भया का दरिंदा विनय जेल में अपना सिर दीवार पर पटक दिया है।

Vinay Sharma
Vinay Sharma 
मुख्य बातें
  • निर्भया के दरिंदे विनय शर्मा ने जेल की दीवार पर अपना सिर पटक दिया है।
  • विनय 16 दिसंबर की घटना से पहले भी लड़ाई- झगड़े में शामिल हो चुका है।
  • निर्भया के गुनहगार मुकेश सिंह ने अपने दोस्त विनय शर्मा पर कई खुलासे किए थे।

नई दिल्ली. निर्भया के दरिंदे फांसी के विनय शर्मा की याचिका को पटियाला हाउस कोर्ट ने खारिज कर दी है। विनय ने अपनी याचिका में हाई लेवल मेडिकल ट्रीटमेंट की मांग की थी।  विनय शर्मा ने जेल की दीवार पर अपना सिर पटक दिया है। विनय 16 दिसंबर की घटना से पहले भी लड़ाई- झगड़े में शामिल हो चुका है। एक बार उसने दो लोगों का सिर फाड़ दिया था। 

निर्भया केस पर आधारित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री India's Daughter में दोषी मुकेश सिंह ने विनय शर्मा पर कई खुलासे किए थे। मुकेश ने बताया कि विनय ताकत बढ़ाने के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल किया करता था। 

मुकेश के मुताबिक विनय जिम में काम करता था। एक बार उसने इंजेक्शन के दो डोज ले लिए और वह काबू से बाहर हो गया था। इसके बाद विनय ने एक लड़के का सिर तक फाड़ दिया था। इसके अलावा वह लड़कियों का भी पीछा किया करता था। आपको बता दें कि इस डॉक्यूमेंट्री पर भारत सरकार ने बैन लगा दिया था।      

 

 

 

नहीं है कोई मेडिकल हिस्ट्री
विनय के वकील एपी सिंह ने कोर्ट में याचिका दायर की थी कि वह मानसिक रूप से बीमार है। एपी सिंह ने दावा किया है कि विनय को सिजोफ्रेनिया है। इस कारण वह किसी को पहचान भी रहा है। वहीं, चोट लगते ही तिहाड़ प्रशासन ने उसका ट्रीटमेंट कराया। 

तिहाड़ जेल के वकील इरफान अहमद ने विनय की मेडिकल रिपोर्ट और इस मामले की सीसीटीवी फुटेज अदालत को सौंपी है। तिहाड़ जेल के वकील ने अदालत को बताया है कि विनय की कोई कोई पुरानी मेडिकल हिस्ट्री नहीं है। 

 

 

मां और वकील को किए हैं फोन 
तिहाड़ जेल के वकील इरफान ने कोर्ट को बताया कि विनय ने अपनी मां और वकील को दो फोन किए थे। ऐस में उसके वकील यह दावा कर रहे हैं कि वह अपनी मां को भी नहीं पहचान पा रहा है? वहीं, सभी दोषियों से तिहाड़ प्रशासन ने  अंतिम बार परिवार से मिलने के बारे में पूछा है।

 


 

 

 

 

पटियाला हाउस कोर्ट द्वारा जारी डेथ वॉरेंट के मुताबिक चारों गुनहगारों को 3 मार्च को सुबह छह बजे लटकाया जाएगा। विनय की दया याचिका पहले ही राष्ट्रपति खारिज कर चुके हैं। इसे विनय ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। 
  

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