नई दिल्ली: प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से गांजे की कथित तस्करी के संबंध में मध्य प्रदेश पुलिस ने शनिवार को अमेजन इंडिया के कार्यकारी निदेशकों के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन्हें नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत आरोपी के रूप में नामित किया गया है।
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी और 20 किलोग्राम गांजा बरामद करने के साथ पिछले हफ्ते अमेजन के माध्यम से संचालित एक कथित ऑनलाइन ड्रग तस्करी गांजा तस्करी का भंडाफोड़ करने का दावा किया था। कथित ऑनलाइन गांजा पेडलिंग रैकेट का खुलासा होने के बाद अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने जांच एजेंसियों को पूर्ण सहयोग और समर्थन का आश्वासन दिया और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस जांच के दौरान अमेजन द्वारा प्रस्तुत प्रतिक्रिया और जांचकर्ताओं द्वारा एकत्र किए गए सबूतों में विरोधाभास पाया गया। भिंड के एसपी मनोज सिंह ने बताया कि 20 प्रतिबंधित खेपों की बुकिंग कर अलग-अलग पतों पर पहुंचाए जाने का ब्योरा अभी प्राप्त नहीं हुआ है। इस बीच, भिंड पुलिस द्वारा शेयर किए गए इनपुट पर कार्रवाई करते हुए विशाखापत्तनम पुलिस ने कथित ऑनलाइन ड्रग बिक्री के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
इससे पहले, मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मामले की जांच में कंपनी के 'असहयोग' पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन व्यवसायों के लिए कोई दिशानिर्देश नहीं हैं। हम मध्य प्रदेश के लिए गाइडलाइंस बनाएंगे। अमेजन को बुलाया गया था लेकिन वे सहयोग नहीं कर रहे हैं। हम उन्हें लाएंगे। मैं अमेजन के एमडी-सीईओ से सहयोग करने की अपील करता हूं अन्यथा हम कार्रवाई शुरू करेंगे।