नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर राजधानी सहित अन्य जगहों पर हमलों की बड़ी साजिश को नाकाम किया है। इन संदिग्ध आतंकियों के तार दिल्ली से दुबई तक फैले हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक अभी ये आतंकी अपनी साजिश के शुरुआती चरण में थे। सभी आतंकियों को महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जगहों की रेकी करने की जिम्मादारी सौंपी गई थी। इन सभी संदिग्ध आतंकवादियों के बारे में जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक ये विदेश आते-जाते थे और इनके अंडरवर्ल्ड से संपर्क थे।
समीर के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़े
मुंबई निवासी जान मो. उर्फ समीर के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़े हैं। गिरफ्तार मूलचंद उर्फ लाला भी डी-कंपनी से जुड़ा था। दिल्ली से गिरफ्तार ओसामा का परिवार ड्राय फ्रूट्स का कारोबार करता है। ओसामा कारोबार के सिलसिले में विदेश गया। अबु बकर जेद्दा में रहने के बाद भारत लौटा। लखनऊ से गिरफ्तार मो. आमिर जावेद भी जेद्दा में कई साल तक रह चुका है। आमिर मजहबी शिक्षा देता था। जबकि प्रयागराज में गिरफ्तार जीशान दुबई में नौकरी करता था। दिल्ली पुलिस का कहना है कि जीशान उन दो आतंकवादियों में शामिल है जिसने पाकिस्तान में ट्रेनिंग में ली है।
ओसामा के पिता का ISI से कनेक्शन होने का शक
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और आईभी इन संदिग्ध आतंकियों की साजिश और उनका काला चिट्ठा खंगालने में जुटी हैं। ओसामा के पिता उसैदुर रहमान के ISI से कनेक्शन होने की आशंका जताई जा रही है। ओसामा का पिता उसैदुर इस पूरे टेरर नेटवर्क का मास्टरमाइंड हो सकता है। अभी तक की जांच से यह भी पता चला है कि ओसामा का चाचा हुमैदुर टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है। आईएसआई और डी कंपनी से जुड़े इन संदिग्ध आतंकियों की साजिश त्योहारों के मौके पर दिल्ली सहित अलग-अलग शहरों में हमले करने की थी लेकिन समय रहते इनकी साजिश का पर्दाफाश हो गया है।
ब्रिज और रेलवे ट्रैक उड़ाने की ट्रेनिंग मिली थी
सूत्रों के मुताबिक ओसामा और जीशान ने पूछताछ में बताया है कि उन्हें ब्रिज और रेलवे ट्रैक उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके लिए आतंकी बड़ी ट्रेनों के मार्ग और उनकी टाइमिंग की ब्योरा जुटा रहे थे। इन्हें उन ब्रिज और रेलवे लाइन की रेकी करनी थी जहां ब्लास्ट होने पर ज्यादा से ज्यादा लोग हताहत हों। सूत्रों का यह भी कहना है कि आतंकी 1993 की तर्ज पर इस बार विस्फोट करने वाले थे। इन धमाकों में RDX का इस्तेमाल होना था। इन लोगों को ओमान से बोट के जरिए ईरान की समुद्री सीमा तक लाया गया और यहां से दूसरी बोट के जरिये गांदरबल जियोनी तक पहुंचे। फिर यहां से इन्हें थट्टा के फार्म हाउस ले जाया गया। इन्हें शारीरिक ट्रेंनिंग देने की कोशिश भी की गई।
दो IED में भारी विस्फोटक
इन संदिग्ध आतंकियों के पास से जब्त दो IED में जो एक्सप्लोसिव RDX है उसका वजन करीब 1.5 किलो है। इतना RDX की दोनों IED से भारी तबाही मचाई जा सकती है। इन लोगों से पूछताछ के बाद कई सारे ऐसे लोगों की जानकारी भी मिल रही है जो इनके लिए स्लीपर सेल के तौर पर काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में कुछ ओर गिरफ्तारियां भी हो सकती है।