नई दिल्ली: पंजाब के पटियाला में एक मंदिर में मूर्ति मंच पर चढ़ने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। राज्य में चुनाव से कुछ दिन पहले हुई इस घटना की मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने निंदा की है। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना में एक शख्स कुछ देर तक प्लेटफॉर्म के सामने खड़ा होकर प्रार्थना करता नजर आ रहा है। हालांकि, अचानक ही वह मंच पर चढ़ जाता है और मूर्ति की ओर दौड़ता है और उसे छू लेता है। लोग उसे पकड़कर एक तरफ खींच लेते हैं।
इस पर चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आज दोपहर करीब 2.30 बजे पटियाला के श्री काली माता मंदिर में एक व्यक्ति पहुंचा और उस दहलीज पर चढ़ गया जहां श्री काली माता जी की मूर्ति स्थापित थी। इसके बाद उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। कुछ निहित स्वार्थी तत्व चुनावों के मद्देनजर पंजाब के सामाजिक समरसता को अस्थिर करने की लगातार कोशिश कर रहे हैं लेकिन मैं उन्हें उनके द्वेषपूर्ण मंसूबों में कामयाब नहीं होने दूंगा।
पटियाला एसपी सिटी हरपाल सिंह ने कहा कि हम कथित बेअदबी की घटना की पुष्टि करेंगे, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। आरोपी की पहचान गांव नैनकलां निवासी राजबीर सिंह के रूप में हुई है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आईपीसी की 295-ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करने के इरादे से) सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी घटना की निंदा की और कहा कि पंजाब में शांति भंग करने के लिए बार-बार प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं चुनाव आयोग से सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं ताकि राज्य में माहौल खराब न हो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में माहौल खराब करने की साजिशें जारी हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा कि पटियाला के श्री काली माता मंदिर में बेअदबी की कोशिश बेहद निंदनीय है। आरोपी को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
बेअदबी साजिश तो पर्दाफाश कैसे होगा? अपमान पर आक्रोश, लिंचिंग पर खामोश?
शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी घटना की निंदा की और ट्वीट कर कहा कि हमें पंजाब के बाहर की ताकतों द्वारा हिंदुओं और सिखों के मंदिरों में सांप्रदायिक नफरत फैलाने की साजिश के खिलाफ डर और चेतावनी दी गई थी। सबसे बुरा डर सच हो रहा है। आइए सभी शांति और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए उनके खिलाफ एकजुट रहें। यह कांग्रेस के शासन में पंजाब में बेअदबी के अनगिनत कृत्यों में से एक है। ये इन जघन्य कृत्यों में संलिप्तता या कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सद्भाव बनाए रखने में पूरी तरह से विफलता है?
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