Begusarai Firing: बेगूसराय जिले में अब तक हुए सबसे बड़ी वारदात का खुलासा शुक्रवार को बेगूसराय के एसपी योगेंद्र कुमार ने किया। प्रेस प्रेस वार्ता के दौरान एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि 13 सितंबर की शाम चार अपराधियों की ओर से अंधाधुंध फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें अपराधियों ने बछवाड़ा, तेघरा, फुलवरिया एवं चकिया थाना मे सड़क किनारे राहगीरों को अपना निशाना बनाया था।
बेगूसराय अंधाधुंध फायरिंग मामले में सभी चारों आरोपी गिरफ्तार
Begusarai firing: चार आरोपी गिरफ्तार, गिरिराज सिंह बोले- ये आतंकी हमला था, NIA या CBI जांच हो
10 लोगों को घायल करने के बाद अपराधी फरार हो गए थे, जिनमें से एक की इलाज के दौरान मौत भी हो गई। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि अपराधियों का मकसद अब तक की जांच में सिर्फ दहशत फैलाना ही दिख रहा है। पकड़े गए अपराधियों में केशव कुमार उर्फ नागा तथा युवराज कुमार पर पूर्व से भी आपराधिक मामले दर्ज थे और आर्म्स एक्ट के मामले में ये दोनों जेल भी जा चुके थे।
वहीं सुमित और चुन-चुन की भी संलिप्तता सामने आई है। फिलहाल पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाइल सर्विलांस के आधार पर चारों अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली है। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि इनमें और लोगों की संलिप्तता हो सकती है, लेकिन इनके लिए अभी जांच जारी है। वहीं दूसरी ओर केशव के परिवारवालों ने बेगूसराय पुलिस पर केशव को जबरन फंसाने का का आरोप लगाया था और एक सीसीटीवी फुटेज पेश किया था।
घटना में इस्तेमाल 2 पिस्तौल और 5 कारतूस बरामद
इस संबंध में एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि जो सीसीटीवी फुटेज परिवारवालों की ओर से दिखाया जा रहा है, वह घटना के बाद की सीसीटीवी फुटेज है। इससे पूर्व भी अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया था। पुलिस की दबिश के बाद जब केशव जिला छोड़कर फरार हो रहा था, इसी क्रम में मोबाइल सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने झाझा स्टेशन से उसको भी दबोच लिया। घटना में इस्तेमाल 2 पिस्तौल और 5 कारतूस बरामद किए हैं। घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल और 4 मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं।