कानपुर: एक 9 साल की बच्ची से रेप और गला घोंटने के मामले में पुलिस ने लगभग 1600 मोबाइल को सर्विलांस पर रखा है। बिहार पुलिस की ओर से 10 मार्च को हुई वारदात के सिलेसिले में उन्नाव इलाके में इन मोबाइलों को सर्विलांस पर रखा गया है। यह सब वहीं फोन हैं जो वारदात के दिन भी चालू थे।
उन्नाव दक्षिण के एसपी विनोद कुमार पांडे ने टीओआई को बताया कि पुलिस ने उन लोगों के परिवार के बारे में भी जानकारी इकट्ठी की है जिनके फोन घटना के दिन इलाके में सक्रिय थे। अपराध की तह तक जाने के लिए पुलिस जीरो स्तर पर सभी तरह की तैयारियां कर रही है।
एसपी ने कहा, 'होली के मौके पर पीड़ित बच्ची फाग समारोह देखने के लिए गई थी। पुलिस की नजर ऐसे फोनों पर भी है जिनका इस्तेमाल फाग कार्यक्रम के दौरान फोटो और वीडियो लेने में किया गया। टास्क के लिए 12-13 लोगों की 6 पुलिस टीमें बनाई गई हैं।'
बता दें कि रेप की वारदात के बाद कानपुर के एक अस्पताल में गंभीर चोटों की वजह से 9 साल की बच्ची ने दम तोड़ दिया। लड़की का यौन उत्पीड़न किया गया था और 10 मार्च को उस पर जानलेवा हमला भी किया गया। फिलहाल अपराधी की पहचान नहीं हो सकी है।
होली के मौके पर फाग गायकी कार्यक्रम को देखने के लिए 5वीं कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची पहुंची थी। जांचकर्ताओं का कहना है कि आरोपी बच्ची को पकड़कर पास के खेत में ले गए और वहां उसके साथ रेप किया।
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना परिजनों को दी और उन्हें खेतों में बच्ची बेहोशी की हालत में मिली। पुलिस के अनुसार बचने के लिए अपराधी ने बच्ची से रेप के बाद गला घोंटकर उसे मारने की कोशिश की। पुलिस को घटना की जानकारी दी गई और बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिला अस्पताल से उसे कानपुर के लिए रेफर किया गया जहां नाबालिग पीड़िता ने दम तोड़ दिया।