प्रयागराज मर्डर केस को यूपी पुलिस ने सुलझाने का दावा करने के साथ खुलासा भी किया है। यूपी पुलिस का कहना है कि दलित समाज के जिन चार लोगों की हत्या हुई थी वो एकतरफा प्यार का मामला था। आरोपी की नजर एक लड़की पर थी। वो लंबे समय से लड़की का पीछा किया करता था। एकतरफा अपने प्यार का इजहार भी किया था। लेकिन लड़की द्वारा मना किए जाने के बाद वो आगबबूला हुआ और अपराध को अंजाम दिया। बता दें कि इस केस में यूपी की सियासत गरमा गई थी। समाजवादी पार्टी, बसपा और कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा था।
एकतरफा प्यार में हत्या, दलित उत्पीड़न की बात गलत
प्रयागराज एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि आरोपी लंबे समय से लड़की का पीछा कर रहा था...वह एक 'भट्टा' मजदूर है, अपने सहकर्मियों के समुदाय से ताल्लुक रखता है। इसलिए दलित उत्पीड़न के दावों को अब तक गलत पाया गया है। अगर उसके साथी सामान्य या अन्य जाति से हैं, तो ये धाराएं होंगी।
एक आरोपी गिरफ्तार
जांच में सहयोग नहीं करने पर एक गिरफ्तार उसके कपड़े, खून के नमूने डीएनए जांच के लिए भेजे जा रहे हैं और उसके साथियों का पता लगाया जा रहा है। मरने वालों में एक लड़की है जिसकी जन्मतिथि जून 1996 है, इसलिए पोक्सो एक्ट को मामले से हटाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच से साफ है कि जिन लोगों की हत्या हुई थी उनकी किसी से या किसी दूसरे समाज के लोगों से रंजिश थी। इस मामले में और गहराई से जांच की जा रही है। इस हत्याकांड में अगर किसी दूसरे शख्स की भागीदारी मिलती है तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा।