Pakistan News : पाकिस्तान के डेरा इस्मालइल खान के एक मदरसे में पढ़ाने वाली तीन महिला अध्यापकों ने एक भयावह घटना को अंजाम दिया है। इन महिला अध्यापकों ने ईशनिंदा के आरोप में अपने ही एक साथी की गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के इस मामले में पुलिस ने चार महिलाओं को गिरफ्तार किया है। मदरसों को चलाने वाले बोर्ड वफाकुल मदारीस अल अरबिया ने इस घटना को 'दुर्भाग्यपूर्ण' बताया है।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) नजामुल हसनैन का कहना है कि हत्या की यह घटना जामिया इस्लामिया फलाहुल बिनात की है। इस मामले में दायर एफआईआर के मुताबिक घटनास्थल पर जब पुलिस पहुंची तो महिला टीचर खून से लथपथ थी और उसका गेला रेता गया था। महिला टीचर का गला रेतने में तेज धार वाले हथियार का इस्तेमाल किया गया।
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आरोपी महिला अध्यापकों की उम्र 17, 21 और 24 है
डीपीओ ने बताया कि तीन महिला आरोपी की उम्र क्रमश: 17, 21 और 24 है। धार्मिक मुद्दों पर विचारों में मतभेद होने और 'ईशनिंदा' के आरोप पर इन तीनों ने मिलकर अपने महिला साथी की हत्या कर दी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पीड़ित महिला धार्मिक विद्वान मौलाना तारिक जमील की अनुयायी थी। इस बात को महिला टीचर पसंद नहीं करती थीं।
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13 साल की बच्ची ने देखा था 'सपना'
डीपीओ के मुताबिक आरोपियों का कहना है कि एक 13 साल की बच्ची ने उन्हें बताया कि बीती रात उसने एक सपना देखा। इस सपने में महिला ने कथित रूप से 'ईशनिंदा' की। 13 साल की बच्ची जो कि इन तीन महिला अध्यापकों की रिश्तेदार है, उसने 'गला रेतने का आदेश दिया।' शुरुआती जांच में आरोपियों के पास से एक रजिस्टर मिला है जिसमें बच्ची के देखे गए सपने के बारे में विस्तार से लिखा गया है। डीपीओ का कहना है कि तीन महिला टीचरों एवं बच्ची को गिरफ्तार कर लिया गया है।