गाजियाबाद: ‘Bois Locker Room’ की घटना के बाद समाज के कई ऐसे पहलु सामने आए हैं जिसने मौजूदा पीढ़ी की परवरिश और संस्कारों पर नए सिरे से चर्चा शुरु कर दी है। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से इसी तरह के सवाल उठने वाली एक घटना सामने आई है। 21 वर्षीय एक महिला को कक्षा 6 के एक छात्र ने कथित तौर पर परेशान किया। साथ ही उसके साथ 'अश्लील चैट' में शामिल नहीं होने और पैसे नहीं देने पर मोर्फेड तस्वीरें (एडिट की गई तस्वीरें) वायरल करने की धमकी दी।
यह घटना कवि नगर पुलिस स्टेशन की क्षेत्रीय सीमा के अंदर हुई। पुलिस के अनुसार, प्रभावित महिला और आरोपी लड़का सोशल मीडिया एप्लिकेशन टेलीग्राम पर एक स्टूडेंट ग्रुप का हिस्सा थे। छात्र ने वहां से महिला का संपर्क नंबर लिया।
प्रभावित महिला, जो बीएससी की डिग्री धारक है और नागरिक सेवा से जुड़ी हुई है। उसके द्वारा पुलिस को 18 स्क्रीनशॉट सौंपे गए हैं। पूछताछ करने पर, आरोपी ने दावा किया कि किसी ने उसका मोबाइल फोन हैक कर लिया था और उसे मैसेज के बारे में पता नहीं था।
महिला को मोर्फेड तस्वीरें भेजकर दी धमकी
शिकायत में दिए गए विवरण के अनुसार, आरोपी ने 7 मई को पहली बार महिला को मैसेज किया था, लेकिन यह पढ़ाई से संबंधित था। शुरुआती दिनों में, उसने कथित तौर पर उसके साथ करीबी बढ़ाने की कोशिश में सिर्फ पढ़ाई के बारे में बात की। हालांकि, 17 मई को लगभग 3:30 बजे, उसने महिला की कुछ मॉर्फ्ड तस्वीरें भेजीं और उसे धमकी दी। द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, छात्र ने सोशल मीडिया अकाउंट से तस्वीरों को एडिट किया और महिला को भेज दिया।
महिला ने मोबाइल फोन स्विच ऑफ किया
तस्वीरें आने के बाद महिला घबरा गई और अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया। जब महिला के दोस्त कुछ दिनों तक उससे संपर्क नहीं कर सके तो उन्होंने उसके माता-पिता को बुलाया और पूछताछ की। महिला ने पूरा मामला अपने माता-पिता को सुनाया। उसने उन्हें बताया कि उसे डर है कि आरोपी उसके मोबाइल को हैक कर सकता है, और तस्वीरें खींचकर उन्हें वायरल कर सकता है।
लड़के के परिवार ने आरोपों को किया खारिज
एक जांच अधिकारी ने टीओआई को बताया कि आरोपी लड़के और उसके माता-पिता ने महिला द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि उसका फोन हैक कर लिया गया था। शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी 12 साल का है। पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से मैसेज की जानकारी देने के लिए कहा है और साइबर टीम आईपी एड्रेस का पता लगाने की भी कोशिश कर रही है।