bulli bai app case: बुली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस के कमिश्नर ने कहा कि यह बड़ा विषय है और इसमें जांच होनी बाकी है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कुल पांच लोग शामिल थे, जिनमें से तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई और उनसे पूछताछ की जा रही है। यह संवेदनशील मसला है, इस केस में अफवाह भी फैलायी जा रही है। मुंबई पुलिस की साइबर सेल हर एंगल से तहकीकात कर रही है। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि जिन लोगों की गिरफ्तारी की गई है वो खुद इस अपराध को अंजाम दे रहे थे या किसी के इशारे पर काम कर रहे थे।
उत्तराखंड से मुख्य आरोपी की हुई थी गिरफ्तारी
पुलिस का कहना है कि इस केस में मुख्य आरोपी श्वेता सिंह और दूसरा आरोपी विशाल कुमार झा एक दूसरे को जानते हैं। आरोपी महिला बुल्ली बाई ऐप से जुड़े तीन अकाउंट हैंडल को ऑपरेट कर रही थी। सह आरोप विशाल मे खालसा सुप्रीमेसिस्ट नाम से खाता खोला था। बता दें कि इंजीनियरिंग के इस छात्र को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया गया था। हालांकि सह आरोपी विशाल कुमार झा का कहना है कि उसे जानबूझ कर फंसाया जा रहा है।
गिटहब प्लेटफॉर्म और बुल्ली बाई ऐप
पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को एक साथ बैठाकर आमने सामने पूछताछ होगी। बता दें कि बुल्ली बाई ऐप गिटहब नाम के ओपन प्लेटफॉर्म पर मौजूद है हालांकि अब इसे हटा लिया गया है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर नहीं मिलता है। बुल्ली बाई ऐप को खोलने पर समुदाय विशेष की महिला नजर आती थीं और उनके लिए बोली लगाई जाती थी। यह मामला तब पकड़ में आया जब एक महिला पत्रकार ने पोस्ट के जरिए जानकारी साझा की।