नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे जोड़े को गिरफ्तार किया है जो विदेश भेजने के नाम पर लोगो से ठगी करता था। दरअसल इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने प्रवीण और प्रियंका नाम के पति पत्नी के जोड़ी को विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस को इनके पास से अट्ठारह इंडियन पासपोर्ट, अलग-अलग बैंकों के 11 डेबिट कार्ड और 6 मोबाइल फोन भी मिले है।
दरअसल 15 जून को दिल्ली एयपोर्ट पर शक के आधार पर रोका पूछताछ में इस शख्स ने अपना नाम सरबजीत सिंह बताया। सरबजीत के पास पोलैंड का रेजिडेंस वीजा था। जांच के दौरान पता चला कि उसके पास जो रेजिडेंस वीजा है वो जाली है। लिहाज़ा इस मामले में पहले एक एफ आई आर दर्ज कर की गई और उसके बाद मामले की तफ्तीश शुरू हुई।
जांच के दौरान पुलिस को पता लगा की विदेश भेजने के नाम पर ठगी का ये एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है। लिहाज़ा इस मामले में हिरासत में लिए गए सरबजीत से पूछताछ शुरू की गई पूछताछ के दौरान सरबजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले उसकी मुलाकात पंजाब पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर जसवीर से हुई थी। सरबजीत के मुताबिक जसवीर ने उससे कहा कि वह 12 लाख रुपए में पोलैंड का रेजिडेंस वीजा उसे दिला देगा। और इसके बाद जसबीर ने दिल्ली के प्रियंका और प्रवीण का नंबर सरबजीत को दिया।
इसके बाद सरबजीत ने 60 हजार रुपये जसवीर को दिए फिर प्रियंका और प्रवीण की दिल्ली की कंपनी के अकाउंट में 30 हजार डाले। इतना ही नही इसके बाद सरबजीत की बातचीत पोलैंड में रहने वाले इस गैंग के एक सदस्य से हुई जिसका नाम विशाल बताया गया। आरोप है कि विशाल ने सरबजीत को जाली वीजा भेजा था। जिसके बाद वो पोलैंड के लिए निकला लेकिन एयरपोर्ट पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया । सरबजीत ने पुलिस को ये भी बताया कि बाकी की रकम जब वह पोलैंड पहुंच जाता तब विशाल को देनी थी।
पुलिस के मुताबिक प्रियंका और प्रवीण को जैसे ही सरबजीत के पकड़े जाने की भनक लगी वो द्वारका के अपने घर से फरार हो गए। लेकिन पुलिस ने टेकनिकल सर्विलांस के ज़रिए इनका पता लगा कर जयपुर के पास से गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों के पास से कुल अट्ठारह इंडियन पासपोर्ट 11 अलग-अलग बैंकों के डेबिट कार्ड और 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। फिलहाल बंटी बबली के इस जोड़े से पूछताछ कर इस मामले के बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है साथ ही साथ ये भी पता लगाया जा रहा है कि ये गैंग कहां से और कैसे ऑपरेट होता था और अब तक इनके ठगी के कितने लोग शिकार हो चुके हैं।