'भैया मैं उस राख के ढेर में तुझे ढूंढ़ रहा था...,बड़े भाई की मौत पर छोटे भाई ने फेसबुक पर लिखकर दी जान

क्राइम
रवि वैश्य
Updated Oct 13, 2020 | 17:49 IST

two brother suicide in Ujjain:मध्यप्रदेश के उज्जैन में एक ही परिवार के दो सगे भाइयों ने बारी-बारी से खुदकुशी कर ली, ये मामला दिल्ली के बुराड़ी जैसा नजर आ रहा है।

two brothers of the same family committed suicide in turn in Ujjain MP
प्रतीकात्मक फोटो 

क्या दो भाइयों में इतना प्यार हो सकता है कि एक के मरने के तीन दिन बाद छोटा भाई भी अपनी जान दे दे जी हां मध्यप्रदेश के उज्जैन से ऐसा ही अलग मामला सामना आया है जहां पर एक जहां एक ही परिवार के दो सगे भाइयों ने बारी-बारी से आत्महत्या (Suicide) कर ली बड़े भाई की मौत के बाद छोटे भाई ने भी 3 दिन बाद वहीं जाकर खुदकुशी कर ली जहां बड़े भाई ने अपनी जान दी थी वहीं इस मामले में में कुंडली कनेक्शन (Horoscope Connections) भी सामने आ रहा है।

उज्जैन के सांईधाम कॉलोनी में ये हैरतअंगेज घटना सामने आई है, जहां तीन दिन के भीतर एक ही परिवार के दो सदस्यों ने खुदकुशी कर ली मामला मानसिक तनाव के साथ अंधविश्वास से भी जुड़ा है साथ ही कर्ज और धोखाधड़ी का कनेक्शन भी घटना से जुड़ रहा है। पीयूष चौहान नाम के एक शख्स ने नृसिंह घाट पुल से क्षिप्रा नदी में कूदकर जान दे दी।

"जातक कितना भी प्रयास कर ले हर स्थिति में आत्महत्या का योग बना हुआ है"

वहीं इससे तीन दिन पहले मृतक पीयूष चौहान के बड़े भाई ने प्रवीण चौहान ने भी खुदकुशी कर ली थी जिसके तीन दिन बाद छोटे भाई पीयूष ने भी अपनी जान दे दी। बताया जा रहा है कि प्रवीण चौहान ने मरने से पहले खुद अपनी कुंडली बनाई थी जिसमें हर परिस्थिति में आत्महत्या का योग बताया था, कुंडली में ग्रहों की खराब दशाओं का जिक्र करते हुए पीयूष के भाई प्रवीण ने लिखा था, जातक कितना भी प्रयास कर ले हर स्थिति में आत्महत्या का योग बना हुआ है, अब क्या बचा है... इसके ठीक 3 दिन बाद बाद सोमवार को को प्रवीण के छोटे भाई पीयूष ने भी उसी जगह से नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।

"भैया मैं उस राख के ढेर में तुझे ढूंढ़ रहा था, पर तू मुझे मिला नहीं"...

दवा व्यवसायी प्रवीण चौहान ने कर्ज से परेशान होकर क्षिप्रा नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी वहीं बड़े भाई की मौत से छोटा भाई इस तरह टूट गया था कि सोमवार को उसने फेसबुक पोस्ट में लिखा- भैया मैं उस राख के ढेर में तुझे ढूंढ़ रहा था, पर तू मुझे मिला नहीं...उसके बाद उसने भी अपनी जान दे दी। 

कहा-भाई की तस्वीर पर हार चढ़ाना है, मैं अभी लेकर आता हूं..फिर नहीं आया

घरवालों का कहना है कि सोमवार को बड़े भाई प्रवीण का उठावना था इसी बीच पीयूष चौहान ने घर वालों से कहा कि भाई की तस्वीर पर हार चढ़ाना है, मैं अभी लेकर आता हूं और यहां से वह नृसिंह घाट पहुंचा और शिप्रा नदी में छलांग लगाकर अपना जीवन समाप्त कर लिया। वहीं जिले की पुलिस अब आत्महत्या, कर्ज और सूदखोरी के एंगल से इस मामले की जांच कर रही है, क्योंकि सुसाइड नोट में भारी भरकम कर्ज और उसे चुकाने के बाद भी ब्याज लेने की बात की गई है। परिवार ने कर्जदारों पर रुपये के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है।


 

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