Namaste Gang in Delhi NCR: पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार इलाके में गुरुवार को पुलिस से हुई मुठभेड़ के बाद तीन ऐसे अपराधी गिरफ्तार हुए हैं जो राजधानी दिल्ली में आए दिन लूटपाट की कई घटनाओं को अंजाम देते थे। पुलिस के मुताबिक‘नमस्ते गैंग’ के नाम से एक गिरोह चल रहा है और उसी गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस गिरोह की खास बात ये थी कि इसके सदस्य लूटपाट करने से पहले लोगों से हाथ जोड़कर नमस्ते कहते थे और फिर वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे।
पुलिस ने कहा कि आरोपी शाहदरा में कई स्नैचिंग की घटनाओं में शामिल थे, जहां उन्होंने कथित तौर पर बंदूक की नोक पर मॉर्निंग वॉकर्स, खासकर बुजुर्गों को निशाना बनाया। वे दिल्ली और उत्तर प्रदेश में डकैती और स्नैचिंग की कई घटनाओं को अंजाम दे चुके थे। पुलिस ने अपने गैंग के तौर-तरीकों के बारे में बताते हुए कहा कि गिरोह के सदस्य सुबह-सुबह अपने शिकार की तलाश के लिए चोरी की बाइक और स्कूटर का इस्तेमाल करते थे। एक बार जब उन्हें अपना शिकार यानि कोई शख्स मिल गया, तो उनमें से गिरोह का एक सदस्य उनका ध्यान हटाने के लिए 'नमस्ते' करता था और इसी दौरान बाइक पर बैठा दूसरा शख्स पिस्टल कनपटी पर रखकर लूटपाट कर लेता था। सबसे गौर करने वाली बात है कि वो फरार होने से पहले भी शख्स को 'नमस्ते' कहते थे।
लगातार बढ़ रही थी वारदातें
वरिष्ठ अधिकारियों बताया कि गिरोह पिछले कुछ हफ्तों से और अधिक सक्रिय हो गया था है और एक दिन के भीतर कई अपराधों को अंजाम दे रहा था। दो दिन पहले, गिरोह के सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विवेकानंद कॉलेज के बाहर घूम रहे एक 45 वर्षीय व्यक्ति को कथित रूप से निशाना बनाया, उसका सोने का कडा छीन लिया। पुलिस ने कहा कि 15-20 मिनट के भीतर गिरोह के चार लोग सीमापुरी पहुंचे और एक प्रॉपर्टी डीलर से कथित तौर पर सोने का कंगन छीन लिया।
डीसीपी (शाहदरा) आर साथियासुंदरम ने बताया, 'गिरोह की गतिविधियों को देखकर, हमने तुरंत मामले दर्ज किए और पाया कि आरोपी बाइक और स्कूटर पर आएंगे। हमारी टीमों ने स्पॉट से रूट्स के एंट्री और एग्जिट की मैपिंग की और दो दिनों में 150 से अधिक सीसीटीवी का विश्लेषण किया। हमने पाया कि आरोपी गाजियाबाद भाग गए। गुरुवार को एक टीम को विवेकानंद कॉलेज भेजा गया। डीसीपी ने बताया, 'हमें सूचना मिली कि वे उसी क्षेत्र में मॉर्निंग वॉकर्स को निशाना बनाने के लिए वापस आ रहे हैं। हम उन्हें रंगेहाथ पकड़ना चाहते थे। सुबह करीब साढ़े चार बजे युवकों को देखा गया। हमारी टीमों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें सरेंडर करने को कहा लेकिन उन्होंने हथियार निकाले और हमारी टीम पर गोलियां चला दीं। एक गोली एक कर्मचारी के बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी।'
पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए आरोपित पर फायरिंग कर दी। इनमें से एक के पैर में गोली लगी और दो को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान अफजल (32), मोहम्मद शमशाद (23) निवासी गाजियाबाद और शाहिद (43) निवासी मेरठ के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि आरोपी लूटपाट के उन दो मामलों में वांछित थे, जिन्हें हाल में अंजाम दिया गया था।