नई दिल्ली : यूपी के हाथरस की गैंगरेप की घटना के बाद राजस्थान के बारां जिले में दो नाबालिग लड़कियों के साथ तीन दिनों तक गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज अपने बयान में दोनों लड़कियों ने अपने साथ दुष्कर्म होने का बयान नहीं दिया है लेकिन मीडिया के बातचीत में उन्होंने माना है कि उनके साथ दुष्कर्म हुआ। लड़कियों का कहना है कि उन्होंने दबाव में आकर मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया। वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को कहा कि बारां घटना की तुलना हाथरस गैंगरेप से करना ठीक नहीं है।
आरोपी लड़कियों को लेकर अजमेर और कोटा गए थे
तीन युवक दोनों नाबालिग लड़कियों को लेकर अजमेर और कोटा गए। ये तीनों युवक लड़कियों से परिचित हैं। लड़कियों के पिता की शिकायत पर बारां पुलिस सक्रिय हुई और दोनों लड़कियों को कोटा से बरामद किया। मजिस्ट्रेट के सामने सेक्शन 144 के अपने बयान में लड़कियों ने कहा कि वे अपनी मर्जी के साथ इन युवकों के साथ गई थीं और उनके साथ कोई दुष्कर्म नहीं हुआ लेकिन मीडिया के साथ बातचीत में लड़कियों ने कहा कि मजिस्ट्रेट के सामने उन्होंने बयान दबाव में दिया था। लड़कियों ने कहा कि उनके साथ दुष्कर्म हुआ है।
लड़कियों से 3 दिनों तक हुआ गैंगरेप
आरोपी युवक दोनों नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर कोटा और अजमेर ले गए और 18 से 21 सितंबर तक उनके साथ गैंगरेप किया। लड़कियों ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि लड़कों ने उन्हें नशील पदार्थ खिलाकर उनके साथ गलत काम किया। साथ ही घटना के बारे में किसी को बताने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी। बाद में पुलिस नाबालिग लड़कियों और आरोपियों को पकड़कर वापस लेकर आई। पीड़ित लड़कियों का कहना है कि उन्होंने दबाव में आकर मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया कि उनके साथ दुष्कर्म नहीं हुआ। पुलिस का भी दावा है कि दोनों लड़कियों के साथ दुष्कर्म नहीं हुआ।
मुख्यमंत्री गहलोत का कहना है कि इस घटना की तुलना हाथरस से नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि बारां में घटना पर कार्रवाई हुई है।
हाथरस की घटना ने देश को झकझोरा
बता दें कि यूपी के हाथरस में गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। यहां 14 सितंबर को 19 साल की एक लड़की के साथ चार युवकों ने गैंगरेप किया। गंभीर हालत में लड़की को पहले अलीगढ़ और फिर दिल्ली के अस्पताल में शिफ्ट किया गया जहां उसने मंगलवार तड़के दम तोड़ दिया।
पुलिस ने सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लड़की का अंतिम संस्कार मंगलवार रात के समय करने पर यूपी पुलिस सवालों के घेरे में है। इस घटना के बाद योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है।