Kanhaiya Lal Murder Case Video: उदयपुर में हुए कन्हैया लाल हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने में आज टाइम्स नाउ नवभारत बड़ा खुलासा करने जा रहा है। हत्याकांड के आरोपियों को अगर समय रहते राजसमंद जिले में पुलिस नहीं दबोच लेती तो शायद दंगों की आग में पूरा राजस्थान जल उठता। आरोपियों को गिरफ्तार करने और प्रदेश को दंगों की विभीषिका से बचाने वालों को ही वाहवाही लूटने वाली खाकी भूल गई। इस मामले में पुलिस मुख्यालय से भीम थाने के 5 कॉन्स्टेबल को गैलंट्री प्रमोशन दिया, जबकि अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस के मददगार प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह के साथ देवगढ़ थाने के जवानों को खाकी ने बिसरा दिया। जिससे अब स्थानीय लोगों में रोष है।
टाइम्स नाउ नवभारत के पास दोनों आरोपियों के भागने का सीसीटीवी वीडियो है जिसमें आरोपी काले रंग की बाइक पर हेलमेट पहने नजर आ रहे हैं और पीछे वाले युवक के कंधे बैग लटका है।. जी हां यह दोनों उदयपुर के कन्हैया लाल साहू हत्याकांड के मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और मोहम्मद गौस है, जो हत्या करने के बाद राजसमंद जिले के देवगढ़ कस्बे में आए थे, यहां शरण नहीं मिलने पर दोनों ही आरोपियों ने भीम की तरफ जाने का फैसला किया। लेकिन देवगढ कस्बे से निकलने के दौरान ही कॉन्स्टेबल जय सिंह भाटी को अपने मुखबिर प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह के जरिए सूचना मिल चुकी थी कि उदयपुर हत्याकांड के दोनों आरोपी कस्बे से निकले हैं और ताल लसानी होते हुए भीम कस्बे की ओर जा रहे हैं। जयसिंह तत्काल इसकी सूचना देवगढ़ थाना अधिकारी शैतान सिंह को दी जिन्होंने आरोपियों को पकड़ने के लिए दो टीमों का गठन किया।
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि 6 बजकर 39 मिनट पर आरोपी देवगढ़ से भीम रोड पर कैमरे में कैद हुए। उसके ठीक 7 मिनट बाद 6 बजकर 47 मिनट पर पुलिस की गाड़ी आरोपियों का पीछा करती हुई नजर आ रही है। देवगढ़ पुलिस दो टीमें लगातार भीम कस्बे तक आरोपियों का पीछा करती रही, साथ ही भीम पुलिस और अपने मुखबिर को भी आरोपियों को पकड़ने के लिए निर्देश देती रही। मुखबिर प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह जान की परवाह किए बिना पुलिस के पहुंचने तक बाइक 2611का आरोपियों का निश्चित दूरी बनाकर पीछा करते रहे और मोबाइल से पुलिस को लगातार सूचना देते रहे । देवगढ़ पुलिस दो मददगार युवकों ने दोनों ही आरोपियों का ना सिर्फ बाइक पर पीछा किया, बल्कि पुलिस को भी आरोपियों की लोकेशन की लगातार जानकारी देते रहे। इन मददगारो की बदौलत ही देवगढ़ और भीम पुलिस ने हत्यारों को आड़ावाड़ा गांव के पास दबोच लिया।
उदयपुर हत्याकांड के दोनों ही आरोपियों मौसम जिले के भीम थाना क्षेत्र में गिरफ्तारी होने से पुलिस मुख्यालय ने भीम थाने के 5 कॉन्स्टेबल को गैलंट्री प्रमोशन दे दिया। पांचों कॉन्स्टेबल तेजपाल, नरेन्द्र, शौकत, विकास और गौतम को आउट ऑफ टर्न पदोन्नति देकर हैड कॉन्स्टेबल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को आदेश जारी करने के निर्देश दिए। राजसमंद पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी भी मानते हैं कि देवगढ़ पुलिस और मददगारों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई।
सूत्रों की माने तो देवगढ़ थाने के 3 जवानों के नाम भी गैलंट्र प्रमोशन के लिए पुलिस अधीक्षक को भेजें गए थे लेकिन भीम थाना के ही 5 जवानों को यह सम्मान मिला। वहीं मददगारों शक्ति सिंह और प्रह्लाद को शाबाशी तक न मिल सकी। देवगढ़ पुलिस थाने के जवानों को अनदेखा कर भीम थाने के 5 जवानों को सम्मान देना पुलिस महकमे पर ही सवाल खड़े कर रहा है। उधर पुलिस के दोनों ही मददगार प्रह्लाद सिंह और शक्ति सिंह को कोई सम्मान नहीं देना अब पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है।
Udaipur: कन्हैयालाल की हत्या के बाद का सीसीटीवी आया सामने, आसपास से भागते हुए नजर आए लोग