उन्नाव: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दो लड़कियों की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर यूपी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस मामले को लेकर प्रदेश सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर थी। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस की इस कामयाबी में एक शख्स की बेहद अहम भूमिका रही है जिसकी बदौलत पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई। अगर यह शख्स मौका-ए-वारदात से दोनों आरोपियों को भागते नहीं देखता तो शायद पुलिस के लिए चुनौती और बढ़ जाती।
कौन है यह शख्स
उन्नाव कांड का खुलासा करते हुए लखनऊ रेंज की आईजी लक्ष्मी सिंह ने शुक्रवार को मीडिया के सामने मुखातिब होते हुए बताया कि असोहा इलाके के बबुरहा गांव के बाहर दो किशोरियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में पड़ोस के गांव पाठकपुर निवासी युवक विनय कुमार और उसके एक नाबालिग साथी कोगिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर हुई थी जिसने ऐन वक्त पर आरोपियों को वारदात के बाद खेतों से भागते हुए देखा था। गांव का ही रहने वाला यह शख्स पुलिस डिपार्टमेंट का मुखबिर था। इसी मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने किया ये खुलासा
लक्ष्मी सिंह IG लखनऊ रेंज, ने बताया, 'विनय नाम के व्यक्ति और उसके सहयोगी(नाबालिग) को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में विनय ने बताया लॉकडाउन के समय से 3 बच्चियों में से 1 के साथ उसकी अच्छी दोस्ती हो गई, उसे इस बच्ची से प्रेम हो गया। बच्ची ने फोन नंबर देने से इंकार किया और प्रेम प्रोपोजल को भी अस्वीकार कर दिया। इसके बाद वह उससे दुर्भावना रखने लगा था और उसने उस लड़की को जान से मारने का मन बना लिया था।'
ऐसे दिया वारदता को अंजाम
विनय के मुताबिक घटना वाले दिन उसने घर से लाई गई पानी की बोतल में कीटनाशक मिला दिया था और अपने नाबालिग दोस्त से नमकीन मंगवाकर खेत पर आया था जहां पहले से ही तीनों लड़कियां चारा काट रही थीं। उसने उन लड़कियों को बुलाकर नमकीन खिलाई। उन्होंने जब पानी मांगा तो उसने उस लड़की को पानी पीने को दे दिया जिसे वह चाहता था, लेकिन देखते ही देखते बाकी दोनों लड़कियों ने भी वह पानी पी लिया, जिससे उन दोनों की मौत हो गई।