Unnao Case: उन्नाव में लड़कियों की मौत पर अफवाहों और अटकलों के बीच डीजीपी ने दी ये जानकारी 

Unnao Two Girl Murder Case:उन्नाव के असोहा इलाके में खेत में तीन नाबालिग लड़कियां बेहोशी की हालत में मिली थीं जिसमें से दो लड़कियों की मौत हो गई थी इस मामले को लेकर विपक्ष का आरोपों का दौर जारी है।

Unnao Girl Murder
उन्नाव हत्या   |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • बेहोश बच्ची को लेकर डॉक्टरों ने इसे ससपेक्टेड केस ऑफ पोइजनिंग बताया है
  • पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की मृत्यु पूर्व या बाह्य चोट नहीं पाया गया
  • तफ्तीश के लिए फोरेंसिक एक्सपेर्ट की मदद ली जा रही है

लखनऊ: उन्नाव में तीन बच्चियों के खेत में पाये जाने की घटना के 24 घंटे के भीतर ही संवेदनशीलता दिखाते हुए यूपी पुलिस ने छानबीन तेज कर दी है। तमाम राजनीतिक दलों के द्वारा अफवाह फैलाने और माहौल खराब करने की आशंकाओं के चलते यूपी पुलिस के आला अधिकारियों ने सक्रियता से मोर्चा संभाल लिया है।  इन तमाम अटकलों और अफवाहों के बीच यूपी पुलिस महानिदेशक (DGP) हितेश चन्द्र अवस्थी ने जानकारी दी  है कि बेहोश बच्ची का उपचार कानपुर में चल रहा है और डॉक्टरों ने इसे ससपेक्टेड केस ऑफ पोइजनिंग बताया है। 

डॉक्टरों के एक पैनेल ने इनमे से दो मृत बच्चियों का पोस्टमार्टम किया है। इनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की मृत्यु पूर्व या बाह्य चोट नहीं पाया गया है। विसरा को सुरक्षित करके रासायनिक विश्लेषण के लिए भेजा दिया गया है। 

घटनाक्रम की तफ्तीश के लिए फोरेंसिक एक्सपेर्ट की मदद ली जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस ने 6 टीमें गठित की हैं। सभी संभावनाओं के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में घटना की जांच चल रही है।    

लड़की की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है

गौरतलब है कि बुधवार को सायंकाल उन्नाव जनपद के असोहा थाना क्षेत्र में पशुओं का चारा लाने गईं तीन बच्चियाँ खेत में बेहोशी की हालत मे मिली थीं। परिजनों ने इन तीनों बेहोश बच्चियों को आनन फानन में सीएचसी असोहा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों के दो बच्चियों को मृत घोषित कर दिया। तीसरी बच्ची को उपचार के लिए उन्नाव और उसके बाद कानपुर के एक अस्पताल भेजा गया है बच्ची की हालत अभी भी स्थिर बनी हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक इन सभी बच्चियों को विषैला पदार्थ दिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर सरकार अस्पताल में भर्ती बच्ची के इलाज में आने वाला सारा खर्च वहन करेगी।

"मामले में विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं" 

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव के खेत से बरामद किये गये दो किशोरियों के शवों एवं नाजुक हालत में मिली एक अन्य किशोरी के संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि इस मामले में पूछताछ शुरू कर दी गई है और विरोधाभासी बयान सामने आ रहे हैं तथा दावा किया कि जल्दी ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा।

उन्‍नाव पुलिस अधीक्षक आनन्‍द कुलकर्णी ने बताया कि घटना स्‍थल पर पहले पहुंचने वाले परिवार के सदस्‍यों से पूछताछ की जा रही है उन्‍होंने कहा कि मां और भाई के बयानों तथा घटनास्‍थल पर गये लोगों के बयानों में विरोधाभास है। पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि लड़कियों के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं और उन्‍हें बांधा नहीं गया था।उन्‍होंने कहा कि सभी पहलुओं को जांच में शामिल किया जाएगा। उनका दावा है कि जल्‍दी ही मामले का पर्दाफाश हो जाएगा।

घायल लड़की का इलाज मुख्यमंत्री राहत कोष से कराया जाएगा

दोनों किशोरियों का पोस्टमार्टम भारी सुरक्षा में डॉक्टरों के तीन सदस्यीय पैनल द्वारा किया गया है। जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया घायल किशोरी के इलाज को लेकर रीजेंसी हॉस्पिटल कानपुर को पत्र भेजा गया है और कहा गया है कि उसका इलाज मुख्यमंत्री राहत कोष से कराया जाएगा।सरकारी प्रवक्‍ता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा है कि अस्पताल में भर्ती पीड़िता का सरकारी व्यय पर बेहतर से बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने पीड़िता के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं।

 उन्नाव में लड़कियों की मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है

उन्‍नाव में तीन दलित किशोरियों के खेत में बंधे पड़े मिलने और उनमें दो की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। विपक्षी समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने इस मामले को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है,कांग्रेस महासचिव और उत्‍तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने फेसबुक पर उन्‍नाव की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है।

उन्‍होंने कहा 'उन्‍नाव की घटना दिल दहला देने वाली है। लड़कियों के परिवार की बात सुनना, एवं तीसरी बच्‍ची को तुरंत अच्‍छा इलाज जांच पड़ताल एवं न्‍याय की प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है।''वाद्रा ने कहा है कि 'खबरों के अनुसार पीडि़त परिवार को नजरबंद कर दिया गया है। यह न्‍याय के कार्य में बाधा डालने वाला काम है। आखिर परिवार को नजरबंद करके सरकार को क्‍या हासिल होगा।'प्रियंका गांधी ने सरकार से अनुरोध किया है कि परिवार की पूरी बात सुनें और त्‍वरित प्रभाव से तीसरी बच्‍ची को इलाज के लिए दिल्‍ली शिफ्ट किया जाए।

इस घटना को लेकर बहुजन समाज पार्टी की अध्‍यक्ष और पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने बृह‍स्‍पतिवार को ट्वीट किया ' उप्र के उन्‍नाव जिले में तीन दलित बहनों में से दो की खेत में कल हुई रहस्‍यमय मौत एवं एक की हालत नाजुक होने की घटना अति गंभीर और अति दुखद है। पीडि़त परिवार के प्रति गहरी संवेदना। सरकार से घटना की उच्‍च स्‍तरीय जांच कराने तथा दोषियों को सख्‍त सजा दिलाने की बसपा की मांग।' समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्‍य सुनील सिंह यादव ने आारोप लगाया है कि उन्‍नाव पुलिस इस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्‍होंने इस घटना की स्‍वतंत्र एजेंसी से जांच की मांग की है। कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा ने भी उन्‍नाव की घटना की न्‍यायिक जांच की मांग की है।

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