गोंडा के परसपुर थाना क्षेत्र के पसका गांव में सोमवार रात एक घर की छत पर सो रही दलित परिवार (dalit) की तीन नाबालिग लड़कियां रासायनिक पदार्थ (Acid) फेंके जाने से झुलस गईं। पुलिस ने बताया कि जिला अस्पताल में तीनों का इलाज चल रहा है, गोंडा पुलिस वारदात की तफ्तीश में जुटी है। घटना का पता चलते ही इलाके में सनसनी फैल गई।
तीनों बहनें अपने घर में एक ही कमरे में सो रही थीं, देर रात करीब 2 बजे तेजाब फेंकने वाला शख्स बाहर से छत के रास्ते घर में घुसा और तेजाब फेंक कर भाग गया, लड़कियों की चीख सुन कर उनके पिता उनके कमरे में पहुंचे तब उन्हें इसकी जानकारी हुई, मामला परसपुर थाना क्षेत्र के पक्का गांव का है यहां अनुसूचित जाति की तीन बहनों पर एक दबंग युवक ने तेजाब फेंक दिया गया।
बताया जा रहा है कि देर रात इस वारदात को अंजाम दिया गया,घायल बड़ी बहन की उम्र 17 साल, मंझली लड़की की उम्र 12 साल और छोटी लड़की की उम्र 8 साल है तीनों बहने अपने घर में एक ही कमरे में सो रही थीं। एसिड अटैक में बड़ी बहन गंभीर रूप से झुलस गई, एसिड अटैक में उसका चेहरा झुलस गया है वहीं बाकी दो छोटी बहनों पर भी तेजाब के छींटे पड़े, तीनों बहनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर उनका इलाज किया जा रहा है।
पुलिस ने आस-पड़ोस के लोगों के बयान दर्ज किए, पुलिस की फॉरेन्सिक टीम और डॉग स्क्वाड ने भी मौके पर छानबीन की, वहीं पुलिस का कहना है कि, "घर वालों ने तेज़ाब फेंकने के लिए किसी पर शक ज़ाहिर नहीं किया है, इसलिए अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में तीन नाबालिग लड़कियों पर रासायनिक पदार्थ फेंके जाने की घटना को लेकर मंगलवार को राज्य की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सरकार के राजनीति से प्रेरित रवैये के कारण अपराधियों के हौंसले बढ़ गए हैं।