कानपुर: यूपी के कानपुर देहात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Kanpur Viral Video) हो रहा है। अकबरपुर थाना क्षेत्र के इस वीडियो में पुलिस जिला अस्पताल के बाहर एक शख्स को बर्बरता से पीट रही है जिसके गोद में एक तीन साल का मासूम भी है। गोद में बच्चा लिया शख्स पुलिस से गुहार लगा रहा कि बच्चे को चोट लग जाएगा लेकिन पुलिसकर्मी सुनने को तैयार नहीं है। वीडियो वायरल होने के बाद यूपी पुलिस फिर लोगों के निशाने पर आ गई है।
वायरल वीडियो के बाद अकबरपुर पुलिस की काफी आलोचना हो रही है। पूरे वीडियो में, उस व्यक्ति को पुलिस से बच्चे को चोट न पहुंचाने की गुहार लगाते हुए सुना जा सकता है। शख्स कह रहा है, 'बच्चे को लग जाएगी।' आदमी पुलिस से बचने की कोशिश भी करता है। पुलिस उसका पीछा करती है और उनमें से कुछ बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश करते हैं। वह आदमी कहता रहता है, 'इसकी मां भी नहीं है।'
घटना के सम्बंध में घनश्याम चौरसिया अपर पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात ने कहा, 'आज जिला अस्पताल में एक चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी रजनीश शुक्ला द्वारा 100-150 लोगों के साथ अराजकता फैलाते हुए ओपीडी को बंद कर दिया गया था। अस्पताल कर्मी मरीजों के साथ अभद्र व्यवहार करना शुरू कर दिया था। ऐसी स्थिति में सीएमओ, डीएम और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना के बाद पुलिस द्वारा समझाने पर भी रजनीश शुक्ला और उसके साथी नहीं माने। उन्होंने चौकी इंचार्ज और उसके साथी को ही एक कमरे में बंद कर अभद्रता करनी शुरू कर दी।'
पुलिस अधीक्षक चौरसिया ने आगे बताया, 'इस मौके पर पुलिस ने शुक्ला और उसके साथियों को समझाने की कोशिश की। लेकिन रजनीश शुक्ला और उग्र हो गया और थानाध्यक्ष का अंगूठा काट लिया। पूरे अस्पताल में अराजकता बन गई है.. ऐसी स्थिति में हल्का बल प्रयोग किया गया और अस्पताल की व्यवस्था को सुचारू कराया गया। वीडियो में दिख रहा शख्स रजनीश शुक्ला का भाई है जो भीड़ में जाकर लोगों को उकसाने का काम कर रहा था। मना करने पर अभद्रता कर रहा था। फिर भी इस मामले की जांच कराई जा रही है जिसके बाद कार्रवाई की जाएगी।'