नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के एक मंदिर में दो पुजारियों के शव मिले हैं। बताया जाता है कि धारदार हथियार से दोनों साधुयों की हत्या की गई। लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। ये मामला अनूपशहर थाना क्षेत्र के गांव पगोना में स्थित शिव मंदिर का है। पुलिस आगे की जांच में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
बताया जाता है कि जब साधु मंदिर में सो रहे थे तब एक नशेड़ी ने उन पर हमला कर दिया। ये भी बताया गया है कि 2 दिन पहले आरोपी का बाबाओं के साथ कोई विवाद हुआ था। लोगों के अनुसार आरोपी खुर्जा क्षेत्र में लूट व हत्या के आरोप में जेल में बंद था। हाल ही में वो जमानत पर बाहर आया था।
एसएसपी बुलंदशहर संतोष कुमार सिंह ने बताया, 'आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, यह पाया गया है कि कुछ दिन पहले उसने पुजारियों का चिमटा छीन लिया था जिसके बाद उन्होंने उसे डांटा था। इसके बाद उसने आज 2 पुजारियों की हत्या कर दी। जांच चल रही है।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में विस्तृत आख्या देने और दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई सुनश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं प्रांत सह संयोजक बजरंग दल पश्चिमी उत्तर प्रदेश, एडवोकेट प्रवीण भाटी ने अनूपशहर के कोतवाल की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अनूपशहर कोतवाल अखिलेश कुमार उपाध्याय की भूमिका संदिग्ध है। उसको हटाया जाना चाहिए है। गांव के लोगों ने मंदिर पर आरोपी द्वारा साधुओं को परेशान करने की पहले शिकायत किए जाने के बाद भी इंस्पेक्टर ने कोई कार्रवाई नहीं की। साधुओं की हत्या इंस्पेक्टर की लापरवाही का नतीजा है।'