कानपुर: कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद कानपुर एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के शव का पोस्टमॉर्टम हो गया है। तीन डॉक्टरों की टीम ने विकास के शव का पोस्टमॉर्टम किया औऱ इस दौरान वीडियोग्रॉफी भी करवाई गई। विकास के पिता द्वारा शव को लेने से इंकार करने के बाद उसके बहनोई शव को लेने पहुंचे और प्रशासन ने उन्हें शव सौंप दिया इसके बाद विद्युत शवदाह गृह में विकास दुबे का अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान पत्नी ऋचा दुबे और छोटा बेटा, बहनोई मौजूद रहे। पुलिस ने शवदाह के अंदर किसी भी मीडियाकर्मी को जाने की इजाजत नहीं दी।
बहनोई ने लिया शव
इससे पहले विकास दुबे का शव कानपुर नगर पोस्टमार्टम केंद्र में पड़ा रहा लेकिन उसका कोई सगा-संबंधी, यहां तक की उसकी मां भी अपराधी बेटे की डेड बॉडी लेने नहीं आईं। बाद में विकास के बहनोई दिनेश तिवारी शव लेने आए और भैरों घाट लेकर गए। कहा जा रहा है कि भैरो घाट पर अंतिम संस्कार के लिए विकास की पत्नी और बेटा मौजूद रहे।
पिता ने कही ये बात
विकास दुबे की मौत पर उसके पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है, हमने कहा ठीक किया गया। मैं उसके अंतिम संस्कार पर क्यों जाऊं। हमारा कहा वो मानता तो आज ऐसी दशा नहीं होती। उसने हमारी कभी मदद नहीं की।' वहीं विकास दुबे की मौत के बाद कानपुर के बिकरू गांव में लोग बांट रहे मिठाई। एक स्थानीय नागरिक का कहना है कि इलाके में लोग खुश हैं, अब ऐसा लग रहा है कि हम पूरी तरह से स्वतंत्र हो गए हैं। आतंक के एक युग का अंत हो गया है।
आपको बता दें कि कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया।