नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के एक इंजीनियर पर 70 से ज्यादा बच्चों का यौन शोषण करने का आरोप है। बांदा यौन शोषण कांड की जांच सीबीआई कर रही है। पिछले साल बच्चों का कथित रूप से उत्पीड़न करने के आरोप में इंजीनियर रामभवन को गिरफ्तार किया गया था। अब आशंका है कि वो एचआईवी पॉजिटिव हो सकता है। उसका दिल्ली के एम्स में टेस्ट भी कराया गया है। सीबीआई ने खुलासा किया है कि यह यौन शोषण कांड पिछले 10 सालों से चल रहा था।
जांच के सिलसिले में दिल्ली लाया गया
आरोप है कि आरोपी जूनियर इंजीनियर ने 4 साल के बच्चों से लेकर 22 साल तक के युवकों को अपना शिकार बनाया। आरोपी ने कई बच्चों का कथित रूप से उत्पीड़न किया और यौन हरकत सामग्री अश्लील वेबसाइटों पर बेची। उसकी मर्दानगी जांच भी करायी जाएगी ताकि वह भविष्य में यह दावा न कर दे कि वह यौन हरकतें करने में असमर्थ है। आरोपी ने जांचकर्ताओं से कहा कि वह हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट जिलों में चुपचाप अपनी ये सारी चीजें कर रहा था। सीबीआई हाल ही में उसे विस्तृत फोरेंसिक, मेडिकल और मनोवैज्ञानिक जांच के लिए दिल्ली लेकर आई है। विशेषज्ञों द्वारा उसकी मनोवैज्ञानिक दशा का आकलन एवं स्वर विश्लेषण एवं पुसंत्व का परीक्षण किया जाएगा।
पत्नी का भी मिलता था साथ
अधिकारियों ने बताया कि वह नकद और मोबाइल फोन जैसे इलेक्ट्रोनिक उपकरण देकर अपने शिकार को चुप करा लेता था। आरोपी को इस कुकर्म में पत्नी का भी साथ मिला। जांच से सामने आया है कि आरोपी अपने कमरे में यौन शोषण करता था और बच्चा चिल्लाता था या बाहर भागने की कोशिश करता था उसकी पत्नी दरवाजा बंद कर देती थी। सीबीआई ने रामभवन की पत्नी को भी गिरफ्तार किया है।
पिछले साल हुई गिरफ्तारी
चित्रकूट का रहने वाला रामभवन उत्तर प्रदेश के सिंचाई विभाग में एक कनिष्ठ अभियंता (जेई) था। उसे नवंबर 2020 में बांदा जिले से गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई ने बच्चों के साथ दुर्व्यवहार के संबंध में आरोपी के कब्जे से आठ मोबाइल फोन और लगभग आठ लाख रुपए जब्त किए।