नई दिल्ली। कहते हैं कि अगर मौत आप की नसीब में तय समय से पहले नहीं है तो कोई न कोई फरिश्ता बन कर आ जाएगा। आंध्र प्रदेश की विजयवाड़ा में रहने वाली एक महिला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। वो एक बच्चे के साथ प्रकाशन बैराज के फुटपाथ पर पैदल चली जा रही थी। कुछ दूर चलने के बाद वो बच्चे का हाथ छोड़ देती है और प्रकाशन बैराज की रेलिंग से छलांग लगा देती है। वो अपनी मौत का भरोसा कर छलांग लगाती तो जरूर है। लेकिन बैराज के नीचे पानी में कुछ तैराकों की नजर उस महिला पर पड़ी और वो बचाने के लिए आगे आए।
जिंदगी के आगे मौत की छलांग हार गई
प्रकाश बैराज से कृष्णा नदी में छलांग लगाने वाली महिला को देखकर यह नहीं लगता है कि उसके दिल और दिमाग में खौफनाक इरादे हर पल दस्तक दे रहे होंगे। चाल सहज है लेकिन वो किस मनोदशा से गुजरी होगी कि उसने पल भर भी नहीं सोचा कि जिस मासूम के साथ वो एक एक कदम आगे बढ़ा रही है पल भर में उसका साथ सदा सदा के लिए छूट जाएगा। जिस समय महिला प्रकाशम बैराज से छलांग लगाती है, तुरंत वो बच्चा उस जगह पर पहुंचता है इधर उधर देखता लेकिन वो समझ नहीं पाया कि आखिर एकाएक क्या हो गया।
पुलिस के हाथ अभी खाली
आंध्र प्रदेश पुलिस का कहना है कि इस बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है कि वो महिला कहां की रहने वाली है। आखिर मौत की छलांग लगाने के पीछे वजह क्या थी, हालांकि यह हो सकता है कि वो पारिवारिक वजह से तनाव में रही हो और जब उसे जिंदगी चलाने का रास्ता नहीं दिखाई दिया हो तो उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। वजह जो भी हो पुलिस निश्चित तौर मामले की तह तक जाने का प्रयास करेगी।