दिल्ली पुलिस के साउथ ईस्ट डिस्ट्रिक की टीम ने सरकार गैंग का भंडाफोड़ कर उसके सरगना को गिरफ्तार किया है यह गैंग पिछले कुछ सालों में दिल्ली के अंदर 100 से ज्यादा गाड़ियों को चोरी कर ठिकाने लगा चुका है इस बैंक के टारगेट पर पार्किंग बाजारों और सर्विस सेंटर पर खड़ी गाड़ियां होती थी।
ये गैंग उन गाड़ियों को चोरी करता था जिन गाड़ियों की चाबियां कार मालिक पार्किंग गार्ड्स को थमाकर चले जाते थे, उस वक्त गैंग के एक्टिव गुर्गो की निगाह गार्ड के ऊपर होती थी, जब गार्ड्स पार्किंग में आयी गाड़ियों की चाबी अपने गार्ड रूम में रख देते थे तब इस गैंग के सदस्य गाड़ियों की असली चाबी को चुरा लेते और पार्किंग में खड़ी कार पर अपना हाथ साफ कर के रफू चक्कर हो जाते थे।
दिल्ली एनसीआर से गाड़ी को चुराकर गाड़ियों की सप्लाई नॉर्थ ईस्ट इंडिया के अलग-अलग राज्यों से मणिपुर इंफाल असम में करते थे यह गैंग ऑन डिमांड कार चुराकर दिल्ली एनसीआर से महज 48 घंटे के भीतर में नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में गाड़ी को ठिकाने लगा देते थे इनके पास से रिकवर हुई 8 गाड़ियों में से 6 गाड़ियां इंफाल से ही पुलिस ने जब्त की है।
पुलिस गिरफ्त में आए सरकार गैंग के सरगना का असली नाम तो नीरज शर्मा है लेकिन ये कभी अपना नाम राजकुमार रखता कभी विनय, तो कभी सरकार। विनय पुलिस को चकमा देने के लिए ही अपने-अलग अलग नाम रखता था और पुलिस इससे पहले जब भी इसके ठिकानों पर पहुंचती उससे पहले ये वहां से रफू चक्कर हो जाता था।
पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली कि विनय शर्मा दिल्ली के सरिता विहार में मौजूद अपने घर आने वाला है पुलिस ने इसको पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया, देर रात विनय एक कार में सवार होकर जब सरिता विहार इलाके में पहुंचा उस दौरान पुलिस टीम ने उसे रुकने के लिए कहा लेकिन ये कार लेकर वहां से फरार होने लगा पुलिस ने इसका पीछा करके इसे गिरफ्तार किया।
इसकी गिरफ्तारी पुलिस ने एक कार मौके से जबकि इसकी निशानदेही पर दिल्ली के दूसरे इलाके से एक और कार को पुलिस ने बरामद किया। पुलिस जांच में आरोपी ने बताया कि इसने दिल्ली से चोरी अधिकतर गाड़ियों को नार्थ ईस्ट इंडिया के इलाकों में ठिकाने लगाया है पुलिस ने इसकी निशानदेही पर सितारा, इंफाल ,मणिपुर, सिलीगुड़ी मे रेड की और इंफाल से 6 गाड़ियों को जब्त किया। इसकी गिरफ्तारी से पुलिस में 8 लग्ज़री कर बरामद की और 10 मुकद्दमे सुलझाने में पुलिस को सफलता मिली है। बताते हैं कि आरोपी दिल्ली से महज 48 घंटो के भीतर ही चोरी की गाड़ी रिसीवर तक पहुंचा देता था। इसके गैंग में फिलहाल दो लोग और एक्टिव है जो अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है।