WhatsApp hacking: दिल्ली पुलिस ने किया व्हाट्सएप हैकिंग सिंडिकेट का भंडाफोड़

क्राइम
मोहित ओम
मोहित ओम | Senior correspondent
Updated Nov 01, 2021 | 21:01 IST

WhatsApp hacking syndicate:गिरोह व्हाट्सएप पर लिंक भेज कर लोगों के मैसेंजर का कंट्रोल अपने हाथों में ले लेता था, पुलिस ने सर्वर बेस लैपटॉप और 15 मोबाइल जब्त किए हैं।  

WhatsApp hacking syndicate
दिल्ली में व्हाट्सएप हैकिंग सिंडिकेट का भंडाफोड़ (प्रतीकात्मक फोटो) 

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की साइबर क्राइम यूनिट ने व्हाट्सएप हैकिंग कर ठगी करने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह सिंडिकेट दिल्ली और बेंगलुरु में चल रहा था। पुलिस ने इस मामले में नाइजीरिया मूल के चिमेलम इमैनुएल अनिवेतालु @ मौरिस डेग्री नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

साइबर क्राइम यूनिट में एक शिकायत मिली थी जिसमे शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि उसका मोबाइल हैक हो गया है और उसकी कांटेक्ट लिस्ट में मौजूद लोगों को अलग अलग तरीके के मैसेज भेज कर पैसों की मांग की जा रही है और इसके लिए इस गिरोह ने एक बैंक अकाउंट भी शेयर किया था इस मामले में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इनपुट के जरिए  चिमेलम इमैनुएल अनिवेतालु नाम के एक शख्स की पहचान की और उसको गिरफ्तार किया गया जिसके पास से सर्वर बेस एक लैपटॉप और 15 मोबाइल फोन बरामद हुए । इस सर्वर की मदद से ये ठगी के लिए एप्प बनाता और वो लिंक क्रिएट करता जिस पर क्लिक करवा कर वो लोगो के सोशल मीडिया एकाउंट का कंट्रोल अपने हाथ मे ले लेता था।

मालवेयर की मदद से इन लोगों को व्हाट्सएप में वायरस भेजता था

पुलिस की जांच में पता लगा यह शख्स ऐसे एप्लीकेशन का उपयोग कर रहा था जिस के उपयोग से अलग अलग मालवेयर  लिंक को डिजाइन करता था और इसी मालवेयर की मदद से इन लोगों को व्हाट्सएप में वायरस भेजता और उनके व्हाट्सएप को हैक कर लेता था उसके बाद उनके फोन के कांटेक्ट लिस्ट से लेकर sms और कॉल लॉग को कंट्रोल करता था।

पुलिस को जांच में पता चला आरोपी लोगों को अलग-अलग लालच देकर उनसे धोखाधड़ी करने में भी शामिल था। फॉरेंसिक जांच से पता लगा कि यह लड़कियों की फोटो लगाकर अपना फेक प्रोफाइल तैयार करता और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों के संपर्क में आता उनसे दोस्ती करता और जब कोई इसके झांसे में आता तभी उनको सोशल मीडिया ग्रुप में शामिल होने का एक लिंक भेजता था और जब इनके झांसे में फंसा व्यक्ति इस लिंक को ओपन करता तब वह अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से अपना नियंत्रण खो देता था और उसके बाद आरोपी इमैनुएल उनके सोशल मीडिया अकाउंट को चलाता था।

आरोपी हर्बल बीज बेचने के बहाने लोगों को कम कीमत का लालच देता था

पुलिस को जांच में यह भी पता लगा कि आरोपी हर्बल बीज बेचने के बहाने लोगों को कम कीमत का लालच देता और जब लोग इसके झांसे में आते हैं तो उनके साथ धोखाधड़ी करता था और उनका पैसा लेकर अपना फोन नंबर पर अकाउंट बंद कर देता था डीसीपी साइबर सेल केपीएस मल्होत्रा ने बताया यह सोशल मीडिया पर लड़कियों से दोस्ती कर उन्हें महंगा गिफ्ट भेजना की बात कहता और बाद में कस्टम क्लीयरेंस के नाम पर उनसे मोटा पैसा मांगता था।

पुलिस को पता लगा कि आरोपी हिंदुस्तान में टूरिस्ट वीजा पर आया था और 2018 में इसके वीजा की अवधि समाप्त हो चुकी थी इतने हिंदुस्तान में रहने के लिए अपना एक फर्जी आईडी प्यार किया था जिस कारण इसके खिलाफ मोहन गार्डन थाने में भी एक मामला दर्ज हो चुका है। दिल्ली पुलिस ने मकान मालिक को भी गिरफ्तार किया है जिस मकान में आरोपी रह रहा था इसके एक और साथी की दिल्ली पुलिस को तलाश है जिसके लिए दिल्ली पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

साइबर सेल डीसीपी केपीएस मल्होत्रा लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि सोशल मीडिया पर बात करते हुए किसी के द्वारा भेजे गए यूआरएल लिंक पर क्लिक न करें के और अपने मकान दुकान जा ऑफिस को किराए पर देते हुए विदेशी नागरिकों की दिल्ली पुलिस से इंक्वायरी जरूर करवाएं ।

अगली खबर