नई दिल्ली : गाजियाबाद के लोनी में मुस्लिम बुजुर्ग से हुई पिटाई मामले में एक और नया वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो बुजुर्ग की पिटाई से ठीक पहले का है जिसे आरोपियों ने बनाया है। मामले में अब तक कई तरह के बयान सामने आए हैं जिससे पुलिस को कार्रवाई करने में मुश्किल हो रही है। पुलिस जांच करते हुए मामले की तह तक जाने में जुटी है। मामले में पुलिस ने अभी तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मुस्लिम बुजुर्ग को पीटे जाने की घटना पांच जून की है। इस पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया। पुलिक का कहना है कि इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई।
मामले की जांच में जुटी है पुलिस
इस वीडियो के बारे में कहा गया कि 72 साल के बुजुर्ग अब्दुल समद सैफी को 'जय श्री राम' बोलने से इंकार करने पर उनकी पिटाई की गई। हालांकि, पुलिस जांच में सामने आया कि ताबीज बेचे जाने को लेकर विवाद हुआ जिस पर स्थानीय लोगों ने उनकी पिटाई की। कहा गया कि युवकों ने मुस्लिम बुजुर्ग की दाढ़ी भी काटी। बुजुर्ग को पीटने वाले में स्थानीय मुस्लिम युवक भी शामिल थे। दरअसल, इस घटना को लेकर अलग-अलग तरह की बातें सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर हिंसा फैलाने वाले इस वीडियो पर कार्रवाई न करने पर ट्विटर के खिलाफ गाजियाबाद और दिल्ली में एफआईआर दर्ज हुई है।