मैसूर: कर्नाटक के बहुचर्चित मैसूर गैंगरेप केस में पुलिस को अहम सफलता मिलती दिख रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पीड़िता औऱ उसके दोस्त को बुलाकर आरोपियों की पहचान करवा रही। गिरफ्तार लोगों में एक नाबालिग भी शामिल है। मैसूर में कथित सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद मैसूर विश्वविद्यालय ने कुक्कराहल्ली झील क्षेत्र में शाम 6.30 बजे के बाद किसी को भी अनुमति नहीं देने का आदेश जारी किया।
कुमारस्वामी चाहते हैं तेलंगाना जैसी कार्रवाई
इस रेप केस को लेकर कर्नाटक में काफी हंगामा मचा है। इसे लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री ने एक विवादित बयान दिया था जिस वजह से उन्हें तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। बाद में उन्होंने अपना बयान वापस लिया था। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि मैसूर के पास कॉलेज छात्रा से बलात्कार के कथित दोषियों के साथ वैसे ही निपटना चाहिए जैसा कि करीब दो साल पहले पुलिस ने तेलंगाना में ऐसे ही एक मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की थी और उन्हें मार गिराया था।
मेडिकल की छात्रा का हुआ था गैंगरेप
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही मेडिकल की छात्रा जो अपने दोस्त के साथ चामुंडी पहाड़ियों की ओर जा रही थी, तभी कम से कम चार लोगों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और मारपीट करने के बाद छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया। गिरोह के सदस्यों ने कथित तौर पर एक वीडियो भी बनाया और तीन लाख रुपये न देने पर इसे सार्वजनिक करने की धमकी दी। जब लड़की और उसके दोस्त ने रकम देने में असमर्थता जतायी तो उन लोगों ने उनके साथ मारपीट की। बाद में लड़की को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसने घटना के बारे में जानकारी दी।