गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने पंजाब गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ कनाडा में है। दोनों में पिछले कई दिनों से दुश्मनी चल रही थी। अगले महीने मूसेवाला कनाडा जाने वाला था। शो के लिए मूसेवाला को कनाडा जाना था। गोल्डी बराड़ ने कनाडा ना आने की धमकी दी थी।
मानसा के जवाहरके में वारदात को अंजाम दिया गया। सिद्धू मूसेवाला पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। फायरिंग में सिद्धू मूसेवाला की मौत हो गई। हमले में 2 और लोग घायल हुए है। इससे पहले शनिवार को ही पंजाब सरकार ने सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा हटाई थी। सुरक्षा हटाए जाने के तुरंत बाद ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई। मूसेवाला की मां और परिजनों ने सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। हत्या के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है।
पंजाब डीजीपी वीके भवरा ने कहा कि अपने घर से निकलने के बाद जब सिद्धू मूसेवाला दो अन्य लोगों के साथ मनसा जिले में अपनी कार चला रहे थे, तो सामने से 2 कारें आईं और गोलीबारी हुई। वह घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत लाया गया। यह आपसी रंजिश का मामला लगता है। इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह शामिल है। गिरोह के सदस्य लक्की ने कनाडा से जिम्मेदारी ली है। उसके (मूसेवाला) पास पंजाब पुलिस के 4 कमांडो थे, जिनमें से 2 को वापस ले लिया गया था, लेकिन उसके पास दो कमांडो थे, जिन्हें मूसेवाला आज अपने साथ नहीं ले गया था। सिद्धू मूसेवाला के पास एक निजी बुलेटप्रूफ कार थी जिसे वह अपने साथ नहीं ले गए थे। सीएम के आदेश पर आईजी रेंज को एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया गया है। 3 हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। एसएसपी मानसा और एसएसपी बठिंडा वहां तैनात हैं। एडीजी कानून एवं व्यवस्था ने अतिरिक्त बल जुटाए हैं।
मनसा एसएसपी गौरव तोरा ने कहा कि दो कारों ने सिद्धू मूसेवाला की कार को रोका, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई जिसमें सिद्धू मूसेवाला को कई गोलियां लगीं। उनके साथ मौजूद लोगों को भी गोली लगी और उन्हें आगे के इलाज के लिए पटियाला रेफर कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि यह आपसी रंजिश है। सिद्धू मूसेवाला ने आज अपनी बुलेटप्रूफ कार और गनमैन को नहीं लिया। एफआईआर दर्ज की जा रही है। हम गैंगस्टर और इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करेंगे।
पंजाब के पूर्व गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि भगवंत मान को सबसे पहले पंजाब के DGP को गिरफ्तार करना चाहिए जिन्होंने इनकी जान को किसी भी तरह के खतरे से इंकार किया था। पंजाब में मिलिटेंसी के समय भी पंजाब में RPG से हमला नहीं हुआ था। पंजाब के CM कुम्भकर्ण की नींद सो रहे हैं। यह छोटी बात नहीं है भारत सरकार को इसमें तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत कोई भी सुरक्षा की बात नहीं बता सकता। किसी की भी सुरक्षा का मूल्यांकन ADGP और DGP इंटेलिजेंस और ADGP सिक्योरिटी करते हैं। इन तीनों को तत्काल हटा देना चाहिए।
कौन थे सिद्धू मूसेवाला?