नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी में 25 साल के रिंकू शर्मा की हत्या का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। बुधवार देर रात हत्यारों ने रिंकू शर्मा के घर में घुसकर उन्हें घर से घसीटकर उनकी पीठ में खंजर खोंप दिया था और बाद में इलाज के दौरान रिंकू शर्मा की मौत हो गई थी। रिंकू का घर अस्पताल से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित था लेकिन रिंकू की जान नहीं बचाई जा सकी। आरोपी रिंकू को मारने के बाद अस्पताल तक पीछा करते रहे और जब तक उसकी मौत नहीं हो गई तब तक वहीं रहे। इसके बाद फिर वो फरार हो गए।
कहते रहा जयश्रीराम
रिंकू की मां रेखा शर्मा ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, 'परसों रात को मेरे बच्चे को घसीट लिया, दोस्त के बर्थडे पार्टी में बुलाया गया था। उसकी तबीयत ठीक नहीं थी, वो वहां गया। वापस आया तो वो लोग अचानक से घुस गए और दरवाजा खींचने लगे। उसके बाद उन्होंने सिलेंडर को खोल दिया (ब्लास्ट होने के लिए)। इसके बाद वो रिंकू को घसीटते हुए बाहर ले गए और हमला कर दिया। डंडे मार-मार कर घायल किया फिर चाकू घोंप दिया। इतना खून निकला की गली भर गई। मैं यहां रो रही थी। वो मुझे देखते रहा और कहते रहा मम्मी जय श्रीराम, जयश्रीराम..'
अस्पताल में भी पीछा करता रहा आरोपी
रेखा शर्मा बताती हैं, 'इसके बाद मेरे पड़ोसी उन्होंने भाई बना रखा है, वो रिंकू को स्कूटी में लेकर संजय गांधी अस्पताल ले गए। स्कूटी भी खून से लथपथ हो गई। संजय गांधी में ले जाकर भी इन्होंने (आरोपियों) हंगामा किया। डॉक्टर चाकू निकालने लगा तो इन्होंने हाथ मारके और दबा दिया। मेरे दोनों बच्चे नौकरी करते हैं, एक बालाजी में करता है दूसरा केएफसी में करता है....मेरे दूसरे बेटे ने बताया कि इन लोगों ने तीन दिन से मेरे भाई को मारने का प्लान बनाया था वो (आरोपी) मुझ से नहीं बोल रहा था। मुझे डर है कि ये मेरे छोटे बच्चे को भी ना मार दें। मुझे इंसाफ चाहिए, मुझे सेफ्टी के लिए पुलिस चाहिए। एक आरोपी जिसका नाम ताजू है उसने अस्पताल में मेरा.. जब तक रिंकू अस्पताल में नहीं मरा तब तक वह वहीं था।'
दिल्ली पुलिस का बयान
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी, आउटर डिस्ट्रिक्ट, एस धामा ने बताया, 'रिंकू पर 10 फरवरी को बर्थडे पार्टी के दौरान मंगोलपुरी में हमला हुआ था, बाद में अस्पताल में उसकी मौत। एक रेस्ट्रॉन्ट बंद होने को लेकर झगड़ा मारपीट में बदल गया। मामले में किसी और नीयत से हमले की बात गलत है, 5 आरोपियों को पकड़ा गया है।'