नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बीच स्कूल खुलने के साथ ही चिंताजनक बात भी सामने आ रही है। उत्तराखंड में स्कूल खुलने के पांच दिनों के भीतर करीब 80 शिक्षक- शिक्षिकाएं कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसी तरह आंध्र प्रदेश, जहां हाल ही में स्कूलों को फिर से खोला गया था वहां भी 869 टीचर कोरोना पॉजिटिव मिले थे। हालांकि आंध्र प्रदेश ने अभी तक स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी नहीं किया है।
आंध्र में बड़ी संख्या में टीचर कोरोना पॉजिटिव
उत्तराखंड के अलावा, असम और आंध्र प्रदेश जैसे कई अन्य राज्यों ने 2 नवंबर से स्कूलों को फिर से खोल दिया था। मिजोरम ने अक्टूबर में अपने स्कूल खोले थे, लेकिन स्थानीय संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद उन्हें फिर से बंद कर दिया गया था। हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया है कि रिपोर्ट किए गए मामलों में बढ़ोतरी स्कूलों को फिर से खोलने के कारण नहीं हुई है। आंध्र प्राधिकरण ने गुरुवार दोपहर 2 बजे शिक्षकों और छात्रों के डेटा को संकलित किया था। आंकड़ों के अनुसार, 70,790 शिक्षकों में से 1.17 प्रतिशत संक्रमित पाए गए थे। साथ ही, छात्रों के लिए, 95,763 में से केवल 0.6 प्रतिशत छात्र ही संक्रमित पाए गए हैं।
स्कूलों को फिर से खोलना?
शिक्षकों और छात्रों के बीच संक्रमण की बढ़ती संख्या से अभिभावक भी चिंतिंत हैं। वहीं इस बात पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या राज्यों का फिर से अपने स्कूलों को फिर से खोलने फैसला सही था? महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और दिल्ली जैसे कई राज्यों ने अभी तक स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला नहीं किया है। दूसरी ओर शिक्षकों और छात्रों की टेस्टिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूलों को फिर से खोलने से वास्तव में जागरूकता बढ़ सकती है और साथ ही संक्रमित लोगों को वास्तव में फैलने से बचाने में मदद मिल सकती है।