Career Advice : एक्यूप्रेशर शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण पॉइंट पर दबाव डालकर इलाज करने की विधि है। एक्यूप्रेशर की पद्धति में माना जाता है कि मानव शरीर पैर से लेकर सिर तक आपस में जुड़ा हुआ है। हजारों नसें, ब्लड वेसल्स, मसल्स, टिश्यू और हड्डियों के साथ अन्य कई चीजें आपस में मिलकर इस मशीन को बखूबी चलाती हैं। ऐसे में किसी एक पॉइंट पर दबाव डालने से दूसरा हिस्सा भी प्रभावित होता है। यह चीन की चिकित्सा पद्धति है। इस थेरेपी में उंगलियों की मदद से रोगी को बिना किसी दवाई और दर्द के राहत देने की कोशिश की जाती है। जिसके लिए ट्रेनिंग के दौरान शरीर के खास बिंदुओं पर प्रेशर देने के कई तरीके सिखाए जाते हैं।
जो भी छात्र एक्यूप्रेशर थेरेपी में करियर बनाना चाहते हैं, उनके पास मास्टर डिग्री और ग्रेजुएट सर्टिफिकेट होना चाहिए। यह डिग्री किसी एक्यूप्रेशर प्रोगाम में होना चाहिए। इस करियर में स्टूडेंट्स को पूरी ट्रेनिंग और एक्सपीरियंस की जरूरत पड़ती है।
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कितनी मिलेगी सैलेरी
आमतौर पर इस कोर्स को करने के बाद लोगों को शुरुआत में 30 से 40 हजार रुपए प्रति माह की सैलेरी मिल सकती है। ऐसे अगर कुछ सालों को अनुभव लेने के बाद अपना खुद का क्लीनिक या सेंटर शुरू करते हैं तो आपकी कमाई ज्यादा भी हो सकती है। बड़े अस्पतालों और होटलों में काम करने के थेरेपिस्ट को 6 लाख रुपए सालाना से ज्यादा की सैलेरी मिल सकती है।