नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि सीबीएसई द्वारा तय की गई मूल्यांकन विधि से 12वीं बोर्ड के छात्रों को योग्यता के अनुरूप रिजल्ट मिलेगा। हालांकि ऐसे छात्र जो इस प्रक्रिया से खुश नहीं है और सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं देना चाहते हैं, उनके लिए परीक्षाओं का आयोजन अगस्त में किया जाएगा। यह जानकारी स्वयं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने साझा की।
सोशल मीडिया के माध्यम से यह जानकारी देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि छात्रों का स्वास्थ एवं उनकी सुरक्षा भारत सरकार के लिए सर्वोपरि है इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षाएं रद्द करने का निर्णय लिया है।
निशंक ने कहा कि मैं उन छात्रों को भी आश्वस्त कर रहा हूं जिनके मन में कोई आशंकाएं हैं। यदि आप इस मूल्यांकन से संतुष्ट नहीं हैं तो आप उसकी चिंता मत कीजिए, आपके लिए हम वैकल्पिक परीक्षा करवाने के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसे छात्र जिन्हें लगता है कि इस प्रक्रिया में उनकी योग्यता के साथ न्याय नहीं हो रहा है, निश्चित ही उनकी योग्यता के साथ न्याय होगा। परिस्थिति जैसे ही सामान्य होंगी ऐसे छात्रों के लिए हम अगस्त में परीक्षाएं करवाएंगे। इसलिए मन में भी किसी प्रकार की आशंका रखने की आवश्यकता नहीं है।
निशंक ने कहा कि मैं फिर दोहराना चाहता हूं, मैं लगातार आप से संवाद करता रहा हूं। आपको भरोसा दिलाता रहा हूं कि आप की सुरक्षा और आपका स्वास्थ्य और आपका भविष्य यह हमारी श्रेष्ठ प्राथमिकताएं हैं। दरअसल सोशल मीडिया पर बहुत सारे छात्रों ने अपने प्रश्न व्यक्त किए थे। इन प्रश्नों के उत्तर वह शिक्षा मंत्री से चाह रहे थे।
गौरतलब है कि सीबीएसई 12वीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए सीबीएसई के स्कूलों को निर्देश जारी किए गए हैं। छात्रों द्वारा 11वीं कक्षा में अर्जित किए गए अंक स्कूलों को 30 जून तक अपलोड करने होंगे। इसके अलावा सीबीएसई ने स्कूलों से प्रैक्टिकल एवं प्रोजेक्ट के अंक 5 जुलाई तक अपलोड करने को कहा है।