कोरोना वायरस के चलते इस समय देश में लॉकडाउन है और लोगों से लगातार यह अपील की जा रही है कि वो अपने घरों से तब तक बाहर ना निकलें जब तक बहुत जरूरी ना हो। इस बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बड़ा फैसला लिया है। CBSE ने 2020 में एग्जाम देने वाले छात्रों की कॉपियां चेक करने का निर्णय लिए जाने की पुष्टि करते हुए नोटिस जारी कर दिया है। 11 मई, 2002 को जारी की गई आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि सीबीएसई के 10वीं और 12वीं की आंसर शीट (उत्तर पुस्तिका) 12 मई से टीचरों/मूल्यांकनकर्ताओं के घर पर पहुंचा दी जाएंगी।
गृह मंत्रालय ने बोर्ड को समन्वय कार्य के लिए 3000 मूल्यांकन केंद्र (Evaluation Centre) खोलने की अनुमति दी गई है। बोर्ड द्वारा खोले गए ये मूल्यांकन केंद्र सीमित उद्देश्य के लिए होंगे। साथ ही यह आधिकारिक जानकारी भी दी गई कि कोरोना वायरस से प्रभावित हॉटस्पॉट इलाकों में चेकिंग के लिए कॉपियां नहीं भेजी जाएंगी।
18 मार्च को रोका गया था मूल्यांकन
मालूम हो कि CBSE ने परीक्षाएं शुरू होने के एक हफ्ते के अंदर 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए मूल्यांकन कार्य शुरू कर दिया था लेकिन लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के चलते इस काम को रोक दिया गया था। जानकारी के मुताबिक जब 18 मार्च को जब मूल्यांकन काम रोक दिया गया था, तब भी कई विषयों के लिए मूल्यांकन का काम चल रहा था। लेकिन बोर्ड ने कोरोना वायरस के चलते उस दिन जारी किए गए सर्कुलर में सभी गतिविधियों को निलंबित कर दिया था।
प्रोसेस में किया ये बदलाव
अब सीबीएसई ने कॉपियों को चेक करने के काम को फिर से शुरू करने का फैसला किया है। कोरोना वायरस को बढ़ने से रोका जा सके और लोग एक दूसरे के संपर्क में ना आएं और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे इसके चलते सीबीएसई ने कॉपियां चेक करने के स्टेप्स में बदलाव करते हुए इसे तीन चरण मूल्यांकन की जगह सिंगल प्रोसेस कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि ये आंसर शीट चेक करने का काम मई के अंत तक या जून की शुरुआत तक पूरा हो जाएगा।