Civil services 2019 topper Pradeep singh: कामयाबी की कहानी प्रदीप सिंह की जुबानी, किसान पिता को बताया हीरो

एजुकेशन
भाषा
Updated Aug 04, 2020 | 23:32 IST

upsc 2019 final result: मंगलवार को संघ लोकसेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज 2019 के अंतिम नतीजे जारी कर दिए। 2019 पर शीर्ष स्थान पर हरियाणा के सोनीपत में रहने वाले प्रदीप सिंह को कामयाबी मिली।

Civil services 2019 topper Pradeep singh: कामयाबी की कहानी प्रदीप सिंह की जुबानी, 'पिता हैं मेरे हीरो'
प्रदीप सिंह, सिविल सर्विसेज 2019 के टॉपर 
मुख्य बातें
  • सिविल सर्विसेज 2019 के टॉपर हैं हरियाणा के रहने वाले प्रदीप सिंह
  • प्रदीप सिंह सोनीपत जिले के रहने वाले हैं और वर्तमान समय में आईआरएस की ट्रेनिंग ले रहे हैं।
  • चौथे प्रयास में प्रदीप सिंह ने सिविल सर्विस एग्जाम को टॉप किया

चंडीगढ़ । संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर प्रदीप सिंह का कहना है कि उनके लिए नौकरी और परीक्षा की तैयारी में संतुलन कायम करना काफी कठिन रहा तथा कई बार ऐसा लगा कि उनका ध्यान हट रहा है, लेकिन ऐसे में उनके पिता उन्हें हमेशा प्रेरित करते थे।
हरियाणा के सोनीपत जिले के निवासी 29 वर्षीय सिंह का सिविल सेवा परीक्षा में यह चौथा प्रयास था। 2019 में वह भारतीय राजस्व सेवा (सीमाशुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क) के लिए चुने गए थे।

प्रदीप सिंह आईआरएस की ले रहे हैं ट्रेनिंग
वह फरीदाबाद में राष्ट्रीय अकादमी सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर एवं स्वापक विभाग में परिवीक्षा पर थे।उन्होंने प्रतिष्ठित सिविल सेवा के लिए चुने गए 829 अभ्यर्थियों में शीर्ष स्थान हासिल किया है जिसमें आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसी सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है।इस उपलब्धि को सपना सच होने जैसा करार देते हुए सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में जाना चाहते हैं और समाज के गरीब तथा वंचित तबके के लिए काम करने को उत्सुक हैं।

कामयाबी के लिए निरंतरता जरूरी
उन्होंने कहा कि सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने के लिए अध्ययन में निरंतरता और एकाग्रचित्तता बहुत जरूरी है।सिंह ने कहा, ‘यह मेरे लिए सपना सच होने जैसा है। यह मेरे लिए सुखद आश्चर्य है। मैं हमेशा से आईएएस अधिकारी बनना चाहता था। मैं समाज के गरीब और वंचित तबके के लिए काम करना चाहूंगा।’ उनके पिता सुखबीर सिंह किसान हैं और वह सिंह के दिल के बेहद करीब हैं। सिंह ने कहा, ‘यूपीएससी के लिए अध्ययन में निरंतरता और साथ में फोकस चाहिए। जब मैं नौकरी कर रहा था तो एक समय ऐसा आया जब मुझे लगा कि मैं परीक्षा में ध्यान लगाने में विफल हो सकता हूं। लेकिन मेरे पिता मुझे प्रेरित करते रहे।’उन्होंने कहा, ‘आज मेरे पिता बहुत खुश हैं। मेरा पूरा परिवार बहुत खुश है।’

प्रदीप सिंह की मां हाउस वाइफ
सिंह की मां गृहिणी हैं, उनके बड़े भाई बीमा क्षेत्र में काम करते हैं और छोटी बहन गणित में एमएससी कर रही हैं।उन्होंने कहा,‘ मैं अपनी बहन को भी बिना किसी दबाव के अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करता हूं।’सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जब कोई पढ़ाई और नौकरी के बीच तालमेल बैठाता है तो चुनौतियां बढ़ जाती हैं। उन्होंने कहा,‘ ध्यान केन्द्रित रखना मुश्किल लग सकता है, लेकिन लक्ष्य हासिल करने के लिए किसी को भी दृढ़ निश्चयी होना होता है।’

लक्ष्य से न भटकने की सलाह
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए अपने संदेश में सिंह ने कहा,‘ अपना ध्यान हमेशा केन्द्रित रखिए और एकाग्रता बनाए रखिए। ऐसा वक्त भी आएगा जब आपको लगेगा कि आप नहीं कर पाएंगे, लेकिन उस वक्त आपका दृढ़ निश्चय आपकी मदद करेगा।’गर्व से भरे सुखबीर सिंह ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों की क्षमताओं पर विश्वास करना चाहिए और वे जो भी प्राप्त करना चाहते हैं, उसके लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सिंह को बधाई दी और उम्मीद व्यक्त की कि राज्य के अन्य युवा भी उनसे प्रेरणा लेंगे।खट्टर ने ट्वीट किया, ‘यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान हासिल करने के लिए हरियाणा के बेटे प्रदीप को मेरी ओर से हार्दिक बधाई। मुझे उम्मीद है कि अन्य युवा भी उच्च लक्ष्य प्राप्त करने के लिए आपसे प्रेरणा लेंगे।’

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