Delhi School Reopen updated news: राजधानी दिल्ली में 14 फरवरी से नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाओं (NurseryTo class 8) के बच्चों के लिए स्कूल खुल रहे हैं। इसके लिए स्कूलों ने छात्रों के स्वागत के लिए तैयारी कर ली है। हालांकि अभी भी कुछ अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर आशंकित हैं।
कोविड-19 महामारी के चलते लंबे समय से स्कूल बंद रहे और 7 फरवरी को नौवीं से 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए स्कूलों को दोबारा खोला गया जबकि नर्सरी से आठवीं की कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए 14 फरवरी से स्कूलों को खोला जा रहा है।
गौर हो कि दिल्ली में स्कूलों को थोड़े समय के लिए खोला गया था लेकिन ओमीक्रोन वैरियंट की वजह से आई तीसरी लहर के मद्देनजर 28 दिसंबर को स्कूलों को दोबारा से बंद कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि शिक्षा निदेशालय ने निर्देश दिए हैं कि स्कूल खुलने के बाद बच्चों पर एक सप्ताह तक किताबें लाने का दबाव न बनाया जाए,उनके मनोरंजन के लिए कई एक्टिविटीज को शामिल करने के लिए भी कहा है वहीं काफी समय बाद क्लास में पहुंचने पर टीचर बच्चों से उनके लॉकडाउन के टाइम का अनुभव शेयर करने के लिए कहेंगे लेकिन यदि कोई बच्चा अपना अनुभव साझा करने में असहज महसूस करेगा तो टीचर उस पर दबाव नहीं बनाएंगे।
केंद्र सरकार ने बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अभिभावकों की अनिवार्य सहमति लेने के नियम को हटा दिया है और यह राज्यों पर छोड़ दिया है। लेकिन दिल्ली सरकार ने इस नियम को जारी रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही स्कूलों द्वारा अधिकतम 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को बुलाने के नियम को भी हटा दिया है और यह उनपर छोड़ दिया है कि वे अपनी अवंसरचना के आधार पर संख्या तय करें।
स्कूलों की ओर से अभिभावकों को कहा गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि बच्चा केवल अपना सामान इस्तेमाल करेगा, स्कूल में खेल या अन्य किसी सभा का आयोजन नहीं किया जाएगा स्कूलों को पहले ही कोविड-19 के प्रोटोकॉल बता दिए गए हैं, जिनका पालन करवाना हर स्कूल की जिम्मेदारी होगी।