मेधावी स्टूडेंट अगर आर्थिक रुप से कमजोर हो तो उच्च स्तर की पढ़ाई का उसका सपना धरा का धरा रह जाता है। मध्यमवर्गीय़ परिवार के छात्र आगे की पढ़ाई बड़े बड़े यूनिवर्सिटी कॉलेज से करने का सपना पूरा नहीं कर पाते है क्योंकि इन संस्थानों की फीस काफी अधिक होती है जिसे वह छात्र पूरा नहीं कर पाता है। ऐसे में उसके सामने एक ही विकल्प बचता है एजुकेशन लोन।
एजुकेशन लोग हर उस छात्र का सपना पूरा करने में मदद करता है जो आगे की पढ़ाई की इच्छा रखता है। पढ़ाई खत्म होने के बाद स्टूडेंट ही उस लोन को चुकाते हैं। बता दें कि हर राज्य का एजुकेशन लोन से सम्बंधित एक योजना होता है Education Loan के लिए शुरूआती कोशिश यहीं से करनी चाहिए।
आज हम यहां आपको बताते हैं एजुकेशन लोन अप्लाई करने के बारे में-
कैसे अप्लाई करें
एजुकेशन लोन अप्लाई करने के लिए सबसे पहले कॉलेज से Bonafied Letter, Fee Structure, Admission Confirmation Letter बनवाना होता है।
10th, 12th , ग्रेजुएशन डिग्री समेत सारे एजुकेशनल सर्टिफिकेट और स्टूडेंट का आधार कार्ड बैंक को देना होता है।
एजुकेशन लोन लेने के लिए गारंटर की भी जरूरत होती है। यहाँ गारंटर के तौर पर माता पिता का पैन और आधार कार्ड के साथ इनकम टैक्स रिटर्न के साथ सैलरी स्लिप भी देनी होती है।
सभी दस्तावेजों को Self Attested करना होता है। बैंक सभी दस्तावेजों की जांच करती है।
यदि किसी सरकारी योजना के तहत एजुकेशन लोन लिया जा रहा है तो थर्ड पार्टी इसका वेरिफिकेशन करती है।
दिए गए दस्तावेजों के आधार पर लोन की स्वीकृति बैंक द्वारा दी जाती है।
लोन अग्रीमेंट पर छात्र और अभिभावक दोनों का हस्ताक्षर होता है
लोन राशि स्वीकृत होने के बाद कॉलेज / स्कूल / यूनिवर्सिटी के बैंक खाते में लोन की राशि का भुगतान कर दिया जाता है।
जरूरी डॉक्यूमेंट
पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
आवासीय प्रमाण पत्र
छात्र और पेरेंट का पैन कार्ड
अभिभावक का इनकम प्रूफ, सैलरी स्लिप
अभिभावक का पिछले 6 महीने का बैंक अकाउंट
अभिभावक का पिछले 3 साल का इनकम टैक्स रिकॉर्ड
छात्र और अभिभावक का आधार कार्ड
छात्र का एजुकेशनल सर्टिफिकेट
एलिजिबिलिटी
भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
आवेदक का उम्र 18 से 65 वर्ष आयु के बीच होना चाहिए।
एजुकेशन लोन के लिए भी गारंटर का होना जरूरी है.
लाभ
बहुत कम ब्पयाज दर पर छात्रों को दिया जाता है.
एजुकेशन लोन पर लगने वाला ब्याज कोर्स कम्पलीट होने के एक साल बाद शुरू होता है।
जब स्टूडेंट की जॉब लग जाए तब ही वह इसे ईएमआई के जरिए चुका सकता है। .
लोन चुकाने के लिए छात्र को 5 से 7 साल तक का समय दिया जाता है। विशेष परिस्थिति में यह अवधि कम ज्यादा भी हो सकती है।
कुछ विशेष परिस्थिति में एजुकेशन लोन माफ भी कर दिया जाता है।