Jharkhand JAC 10th Result 2020: झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने JAC 10वीं का रिजल्ट 2020 घोषित कर दिया है। कुल पास पर्सेंटेज 75.01 प्रतिशत है। परीक्षा परिणाम के लिंक अब एक्टिवेट हो गए हैं। पंजीकृत छात्र अब परीक्षा के परिणाम JAC की आधिकारिक वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in और jacresults.nic.in पर देख सकते हैं। हालांकि ये वेबसाइट्स अभी नहीं खुल रही हैं।
कुल पास प्रतिशत 75.01 फीसदी है, जिसमें से लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 74.25 प्रतिशत और लड़कों का पास प्रतिशत 75.88 प्रतिशत है। कुल 3,85,144 अभ्यर्थियों में से 2,88,928 ने परीक्षा उत्तीर्ण की है। कुल 52 प्रतिशत छात्रों को फर्स्ट डिविजन, 42 प्रतिशत को सेकेंड डिविजन और 6 प्रतिशत को थर्ड डिविजन मिला है।
परीक्षा परिणाम jac.jharkhand.gov.in, jacresults.nic.in, jac.nic.in, jharresults.nic.in, jharkhand.indiaresults.com, examresults.net पर देखे जा सकते हैं। परीक्षा में शामिल हुए छात्र इन वेबसाइट्स पर अपने रिजल्ट देख सकते हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि आप अपना रिजल्ट कैसे चेक करें:
JAC की आधिकारिक साइट jac.jharkhand.gov.in पर जाएं
होम पेज पर उपलब्ध JAC 10वीं रिजल्ट 2020 के लिंक पर क्लिक करें
एक नया पेज खुलेगा, जहां छात्रों को यूजर नेम और पासवर्ड डालना होगा
इसके बाद साइन-इन पर क्लिक करें, जिसके बाद आपको परीक्षा परिणाम स्क्रीन पर नजर आएगा
आप अपना रिजल्ट देख सकते हैं और इसे डाउनलोड कर सकते हैं
भविष्य के रेफरेंस के लिए आप एक हार्ड कॉपी डाउनलोड कर रख सकते हैं
मैट्रिक परीक्षा परिणाम में 100 अंकों का आंतरिक मूल्यांकन भी जोड़ा गया है, जिसे स्कूलों की तरफ से पहले ही JAC को दे दिया गया है। इसमें बच्चों की स्कूली गतिविधियों से लेकर उनके शैक्षणिक मूल्यांकन को भी शामिल किया गया है। यहां मैट्रिक की परीक्षा में लगभग 3.86 लाख छात्र शामिल हुए थे, जिन्हें परीक्षा परिणाम का इंतजार है। यहां परीक्षा के परिणाम सीबीएसई के नतीजों से पहले जारी किए जा रहे हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संक्रमण/लॉकडाउन के कारण यहां उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में देरी हुई, जिसकी वजह से परीक्षा परिणाम भी देर से जारी किए जा रहे हैं। हालांकि यहां कोरोना वायरस संक्रमण/लॉकडाउन के कारण मैट्रिक का कोई पेपर लंबित नहीं रहा था। यहां परीक्षाएं 11 से 28 फरवरी तक आयोजित की गईं थीं। इस तरह यहां परीक्षाएं कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 25 मार्च से घोषित लॉकडाउन से करीब एक महीने पहले ही समाप्त हो गई थी।